मंगलवार, 26 फ़रवरी 2019

राष्ट्रपति ने ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामण्डल,कानपुर द्वारा संचालित विद्यालयों के संयुक्त पूर्व छात्र सम्मेलन एवं वार्षिकोत्सव को सम्बोधित किया...

संवाददाता : लख़नऊ उत्तर प्रदेश 


 


         


सकारात्मक सोच, सकारात्मक कार्य करने की इच्छा एवं सकारात्मक बढ़ने की चाहत ही व्यक्ति को आगे ले जा सकती है : राष्ट्रपति


शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्री हासिल कर उच्च पद धारण करना नहीं होना चाहिए, बल्कि एक अच्छा इंसान बनने की होनी चाहिए।


राष्ट्रपति ने तीन पूर्व अध्यापकों को सम्मानित किया।


शिक्षा का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में वर्तमान चुनौतियों का सामना करने की क्षमता का विकास करने का होना चाहिए : मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री समग्र विकास मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से छात्र-छात्राओं को समग्र विकास की शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया


           भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने कहा कि सकारात्मक सोच, सकारात्मक कार्य करने की इच्छा एवं सकारात्मक बढ़ने की चाहत ही व्यक्ति को आगे ले जा सकती है। शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्री हासिल कर उच्च पद धारण करना नहीं होना चाहिए, बल्कि एक अच्छा इंसान बनने की होना चाहिए। शिक्षित व्यक्ति को सोचना चाहिए कि वह समाज को वापस क्या दे सकता है।


राष्ट्रपति जी आज जनपद कानपुर में ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामण्डल द्वारा संचालित विद्यालयों के संयुक्त पूर्व छात्र सम्मेलन एवं वार्षिकोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 03 पूर्व अध्यापकों-श्री त्रिलोकीनाथ टण्डन, श्री हरि राम कपूर एवं प्यारेलाल वर्मा को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इन तीनों गुरुओं से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की है और इन्हें सम्मानित कर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।


उन्होंने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि गरीबी के कारण वे रोड के लैम्प पोस्ट व वृक्ष के नीचे पढ़ाई करते थे। वर्ष 1960 में शिक्षा प्राप्त करने वे इस संस्थान में आए, जहां उन्होंने हाईस्कूल में प्रवेश लिया। विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग व उचित मार्गदर्शन तथा छात्रवृत्ति के कारण वे जीवन में आगे बढ़ सके।


राष्ट्रपति जी ने कहा कि कानपुर महान सपूतों-नाना साहब, तात्या टोपे, चन्द्रशेखर आजाद, गणेश शंकर विद्यार्थी व 'झण्डा गीत' के रचयिता श्याम लाल ‘पार्षद' आदि की धरती रही है। पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी ने भी इसी शिक्षण संस्थान से शिक्षा ग्रहण कर 'एकात्म मानववाद' के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। इस अवसर पर उन्होंने पुलवामा के आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राष्ट्रपति जी एवं वहां उपरिथत सभी महानुभाव का स्वागत करते हुए कहा कि ब्रह्मावर्त सनातन धर्म महामण्डल द्वारा कानपुर नगर में संचालित सभी शिक्षण संस्थाओं में संस्कार युक्त एवं उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में वर्तमान चुनौतियों का सामना करने की क्षमता का विकास करने का होना चाहिए।


विकास करने का होना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं को मात्र किताबी ज्ञान तक सीमित न रखा जाए, बल्कि उन्हें समग्र विकास की शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने 'स्वच्छ भारत मिशन' का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें 'स्वस्थ भारत मिशन' निहित है। 'स्वच्छ भारत मिशन को अपनाकर तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है।


इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, अन्य जनप्रतिनिधिगण, सनातन धर्म शिक्षा महामण्डल के अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।