सोमवार, 29 अप्रैल 2019

दूसरा जनरल के. सुंदरजी स्‍मृति व्‍याख्‍यान...

संवाददाता : नई दिल्ली 



                           दूसरा जनरल के. सुंदरजी स्‍मृति व्‍याख्‍यान 27 अप्रैल 2019 को नई दिल्‍ली के माणेकशॉ केंन्‍द्र में आयोजित हुआ। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत समारोह के मुख्‍य अतिथि थे। समारोह में तीनों सेनाओं के अधिकारियों, सेवानिवृत अधिकारियों और शिक्षा जगत व थिंक टैंक के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। व्‍याख्‍यान की शुरुआत सेना के 14वें प्रमुख जनरल के. सुंदरजी की स्‍मृति के साथ हुई। जनरल के. संदरजी को ''मैकेनाइज्‍ड इन्‍फेंट्री रेजिमेंट'' का जनक कहा जाता है।


1986 से 1988 के अपने कार्यकाल के दौरान जनरल के. सुंदरजी ने भारतीय सेना में विभिन्‍न तकनीकी और युद्ध संबंधी कार्यों की शुरुआत की। मैकेनाइज्‍ड फोर्सेस से संबंधित अपनी संकल्‍पना को जनरल सुंदरजी ने मूर्त रूप देते हुए मैकेनाइज्‍ड इन्‍फेंट्री रेजिमेंट की स्‍थापना की। यह रेजिमेंट भारतीय सेना की नवीनतम इकाई है और स्‍ट्राइक फोर्सेस का अभिन्‍न अंग है।


लेफ्टिनेंट जनरल पी सी थिमाया के स्‍वागत भाषण से स्‍मृति व्‍याख्‍यान की शुरुआत हुई। इसके बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने व्‍याख्‍यान दिया। श्री नवतेज सरना ने ''21वीं शताब्‍दी में भारत का नेतृत्‍व: राजनयिक, सूचना, सैन्‍य और आर्थिक (डीआईएमई) आयामों के साथ रणनीतिक नेतृत्‍व'' विषय पर अपने विचार रखे। इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल पी एम हरिज, पीवीएसम, एवीएसम, एसएस, वीएसएम (सेवानिवृत) ने ''ब्रासटेक से डोकलाम तक: हमारी रणनीतिक सैन्‍य नेतृत्‍व में बुद्धिमत्‍ता और दूरदृष्टि की आवश्‍यकता'' विषय पर अपने विचार व्‍यक्‍त किए।