शनिवार, 1 जून 2019

मंत्रियो ने अपना अपना पदभार संभाला...

संवाददाता : नई दिल्ली 


मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री का पदभार संभाला


मुख्तार अब्बास नकवी ने नई दिल्‍ली स्थित अंत्योदय भवन में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री का पदभार संभाला। इस अवसर पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में सचिव श्री शैलेश एवंमंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने केन्‍द्रीय मंत्री का स्‍वागत किया।अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का कामकाज संभालने के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नकवी ने कहा कि आने वाले दिनों में अल्पसंख्यक मंत्रालय की प्राथमिकता "3ई" यथा एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट और एम्पावरमेंट के माध्यम से अल्पसंख्यकों का शैक्षणिक-आर्थिक-सामाजिकसशक्तिकरण रहेगी। विकास की रोशनी को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।



नकवी ने कहा कि मंत्रालय की प्राथमिकता अल्पसंख्यकों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराना रहेगी।विशेषकर लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराकर बीच में ही स्कूली शिक्षा छोड़ देने (ड्रॉपआउट) की दर को कम करने के लिए युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इसदिशा में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत देश भर में अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, पॉलिटेक्निक, हॉस्टल, सद्भाव मंडप आदि का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जायेगा।


नकवी ने कहा कि "हुनर हाट" जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से दस्तकारों, शिल्पकारों को मौका-मार्केट, रोजगार एवं रोजगार के अवसर मुहैया कराने के अभियान को और तेज किया जायेगा। आनेवाले दिनों में "हुनर हाट" देश भर के प्रमुख स्थानों पर लगाए जायेंगे।नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" के संकल्प के तहत अल्पसंख्यक मंत्रालय ने अगले 100 दिनों का रोडमैप तैयार किया है जिसमेंअल्पसंख्यकों के शैक्षणिक-सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण एवं रोजगार व रोजगार के अवसर मुहैया कराने वाले प्रभावी कार्यक्रम शामिल हैं।


नकवी ने कहा कि इसके अलावा देश भर में वक़्फ सम्पत्तियों का 100 प्रतिशत डिजिटिलाइज़ेशनएवं जीपीएस मैपिंग अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की प्राथमिकता रहेगी।


धर्मेंद्र प्रधान ने इस्‍पात मंत्री के पद का कार्यभार संभाला 


धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय इस्‍पात मंत्री के पद का कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालते समय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने उनका अभिवादन किया। इस्पात सचिव श्री बिनॉय कुमार, सेल के अध्‍यक्ष श्री अनिल कुमार चौधरी तथा इस्‍पात मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने प्रधान की अगवानी की।



कार्यभार संभालने के बाद धर्मेंद्र प्रधान को इस्‍पात सचिव ने इस्‍पात क्षेत्र के विभिन्‍न पहलुओं की जानकारी दी। कार्यभार संभालने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में प्रधान ने कहा कि इस्‍पात क्षेत्र हमारी अर्थव्‍यवस्‍था की वृद्धि में बहुत महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह विनिर्माण क्षेत्र की ताकत का प्र‍तीक है।


उन्‍होंने कहा कि इस क्षेत्र की जटिलताओं को समझने के बाद वह राष्‍ट्रीय इस्‍पात नीति के समस्‍त लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने का प्रयास करेंगे।     


 सुरेश अंगड़ी चन्नबसप्पा का संक्षिप्‍त परिचय


सुरेश अंगड़ी चन्नबसप्पा ने यानी 31मई, 2019 को रक्षा राज्‍य मंत्री पद का कार्यभार संभाल लिया। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष श्री वी.के. यादव और बोर्ड के अन्‍य सदस्‍य भी मौजूद थे।सुरेश अंगड़ी चन्नबसप्पा कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं। वे बेलगाम से 17वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने रेल राज्‍य मंत्री का कार्यभार संभाला है। 



उनका जन्‍म सोमाव्‍वा और चन्नबसप्पा के घर हुआ था और उन्‍होंने बेलगाम के एस.एस.एस. समिति कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्‍नातक की शिक्षा प्राप्‍त की। बाद में उन्‍होंने प्रतिष्ठित राजा लखमगौड़ा लॉ कॉलेज, बेलगाम से कानून में स्‍नातक की डिग्री हासिल की।


भारतीय जनता पार्टी के सदस्‍य अंगड़ी 1996 में पार्टी की बेलगाम जिला इकाई के उपाध्‍यक्ष बन गए। वह 1999 तक उसी पद पर रहे। 2001 में उन्‍हें पार्टी की जिला इकाई का अध्‍यक्ष नामित किया गया और 2004 में बेलागावी लोकसभा सीट के लिए पार्टी के उम्‍मीदवार नामित होने तक वह इसी पद पर रहे। 2009 के आम चुनाव में वह दूसरे कार्यकाल के लिए सांसद चुन लिए गए। 2014 में वह लगातार तीसरी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए।


पीयूष गोयल ने वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पद का कार्यभार संभाला


केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। उनके साथ पूर्व वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु भी थे।



इस अवसर पर पीयूष गोयल ने कहा कि सुरेश प्रभु जैसे विचारक का स्‍थान ग्रहण करते हुए वे बेहद अनुगृहित हैं और वे मंत्रालय के कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। उन्‍होंने कहा कि वाणिज्‍य और उद्योग से संबंधित सभी मामलों का अध्‍ययन करेंगे और तत्‍काल ध्‍यान देने की आवश्‍यकता वाले मुद्दों से निपटने के लिए खुद को तैयार करेंगे।  


निर्मला सीतारमण ने वित्‍त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री का पदभार संभाला 


निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री का पदभार ग्रहण कर लिया। नॉर्थ ब्लॉक स्थित कार्यालय में वित्त और कॉर्पोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, वित्त सचिव श्री सुभाष चंद्र गर्ग और मंत्रालय के अन्य सचिवों ने उनका अभिवादन किया। श्रीमती सीतारमण पूर्णकालिक केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री के रूप में नियुक्त होने वाली प्रथम महिला हैं।



पदभार संभालने के बाद केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री को वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सचिवों द्वारा महत्वपूर्ण कदमों और नीतिगत मुद्दों के बारे में  जानकारी दी गई और उन्‍हें भारतीय अर्थव्यवस्था के मौजूदा मुद्दों और भावी चुनौतियों से अवगत कराया गया।


निर्मला सीतारमण ने 2017 से केंद्रीय रक्षा मंत्री के रूप में सेवाएं प्रदान की। वह वर्तमान में कर्नाटक से राज्यसभा की सदस्‍य (सांसद) हैं। 2014 में, वह आंध्र प्रदेश से राज्यसभा की सदस्‍य चुनी गई थीं। वह वित्त और कॉर्पोरेट कार्य राज्य मंत्री और बाद में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का स्‍वतंत्र प्रभार भी संभाल चुकी हैं।


मनसुख मांडविया ने जहाजरानी मंत्रालय में राज्‍य मंत्री का पदभार संभाला 


मनसुख एल. मांडविया ने नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) के रूप में पदभार ग्रहण किया। वे केन्‍द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भी हैं।



मांडविया पिछली सरकार में केन्‍द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री थे।मांडविया 2012 से राज्यसभा के सदस्य हैं। वह इससे पहले 2002-2007 के दौरान गुजरात के पालीताना से विधानसभा सदस्य थे।


प्रकाश जावड़ेकर ने सूचना एवं प्रसारण मं‍त्री के रूप में पदभार संभाला 


प्रकाश जावड़ेकर ने केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया।  इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के मंत्रिमंडल में काम करने के लिए अवसर प्रदान करने को लेकर उनके प्रति अपना आभार व्‍यक्‍त किया।



उन्‍होंने लोकतंत्र में समाचार माध्‍यमों की महत्‍वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा की और एक स्‍वतंत्र प्रेस की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्‍होंने बोलने और अभिव्‍यक्ति की स्‍वतंत्रता के महत्‍व के बारे में चर्चा की, जो देश में लोकतांत्रिक लोकाचार का एक महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है।


जावड़ेकर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों और मंत्रालय की मीडिया ईकाइयों के प्रमुखों से भी मुलाकात की। उन्‍होंने एक टीम के रूप में काम करने के लिए सबका आह्वान किया और भविष्‍य के प्रयासों में एक स्‍वस्‍थ और सतत साझेदारी की आशा व्‍यक्‍त की।