गुरुवार, 1 अगस्त 2019

आज से प्रदेश के सभी जिलों में "आपकी सरकार-आपके द्वार"...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


         देश की लगभग 70% जनता अब भी गाँवों में रहती है और उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जिले में आना पड़ता है। इससे न केवल समय एवं धन की बर्बादी होती है, बल्कि परेशानी भी होती है। ग्रामीणों की समस्याओं का गाँव में ही निराकरण, उनकी रोजमर्रा की आवश्यकताओं एवं विकास संबंधी मांगों की पूर्ति के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा एक अभिनव कार्यक्रम 'आपकी सरकार-आपके द्वार' प्रारंभ किया जा रहा है। इसका विधिवत शुभारंभ एक अगस्त को प्रदेश के सभी जिलों में किया जाएगा।



कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के प्रभारी मंत्री, अन्य मंत्रीगण, विधायकगण, कलेक्टर तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी जिले के किसी एक गाँव में आकस्मिक रूप से जाकर वहाँ शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का अवलोकन एवं निरीक्षण करेंगे। इसके बाद वे जिले के एक विकासखंड में  जन समस्या निवारण शिविर में शामिल होंगे तथा प्राप्त आवेदनों का मौके पर ही निराकरण करेंगे। 


'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण, उनकी रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति, उनकी विकास संबंधी मांगें प्राप्त करना तथा उनकी पूर्ति, प्रशासन और शासन को ग्रामीण नागरिकों के और करीब लाना तथा प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित करना है।


प्रत्येक माह में दो भ्रमण तथा शिविर


'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश अनुसार प्रत्येक माह में कलेक्टर जिले में कम से कम दो गाँवों के भ्रमण कार्यक्रम तथा शिविर आयोजित कर उनमें मंत्रियों, विधायकों तथा जन-प्रतिनिधियों को आमंत्रित करेंगे। प्रत्येक मंत्री, विधायक एक माह में कम से कम 2 विकास खंडों पर ऐसे शिविरों में शामिल होंगे।


यह होगी कार्य-योजना


कार्यक्रम के प्रथम भाग के रूप में चयनित विकासखंड के एक गाँव का चयन कर, सभी ऐसे अधिकारी जिनके विभाग की योजनाओं का आम जनता से सीधा संबंध होता है एक ही वाहन में वहाँ पहुँचेंगे तथा शासकीय योजनाओं का अवलोकन एवं निरीक्षण करेंगे। भ्रमण किए जाने वाले गाँव का नाम गोपनीय रखा जाएगा। भ्रमण कार्यक्रम प्रातः 9:00 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर 1:00 बजे तक चलेगा। इसके बाद दोपहर 2:00 बजे से विकासखंड स्तर पर शिविर का आयोजन किया जाएगा।


समस्याओं का त्वरित निराकरण होगा


इन शिविरों में जो आवेदक अपनी समस्याओं को लेकर आएंगे, उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाएगा। यदि किसी समस्या का तत्काल निराकरण नहीं किया जा सकता हो, तो निराकरण के संबंध में संबंधित विभाग को दिशा निर्देश दिए जाएंगे तथा इसकी सूचना संबंधित आवेदक को भी दी जाएगी।  शिविर में समस्त संबंधित विभागों के पृथक-पृथक टेबल लगाए जाएंगे, जहाँ संबंधित अधिकारी विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराएंगे तथा विभाग से संबंधित शिकायतें एवं आवेदन प्राप्त करेंगे। प्राप्त आवेदनों की कंप्यूटर पर प्रविष्टि कराई जाएगी, प्राप्त आवेदन का रिकॉर्ड रखा जाएगा तथा उनका समय-सीमा में निराकरण किया जाएगा।


सभी आवश्यक सुविधाएँ होंगी


शिविर में आने वाले ग्रामीणों के बैठने, उनके आवेदन प्राप्त करने, उनके लिए स्वच्छ पेयजल आदि की व्यवस्था की जाएगी। शिविरों के आयोजन से पहले आयोजन की सूचना मुनादी तथा अन्य तरीकों से ग्रामवासियों को दी जाएगी। शिविरों की तिथियों का निर्धारण हाट बाजारों को दृष्टि में रखकर किया जाएगा।