रविवार, 29 सितंबर 2019

गांधीजी के सिद्धांतों पर चलने से ही देश में लोकतंत्र कायम : मुख्यमंत्री

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांंधी के सिद्धान्तों से ही देश में लोकतंत्र कायम है। उनके द्वारा बताये गये सत्य एवं अहिंसा के सिद्धान्त से ही विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। विश्व के कई देशों के टुकडे़ हो गये हैं, लेकिन गांधी जी के बताये मार्ग पर चलने के कारण ही हमारा देश आज भी अखण्ड है।

 


 

गहलोत शनिवार को भीलवाड़ा के राजीव गांधी ऑडिटोरियम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित 'सर्वधर्म समभाव संगोष्ठी' को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने गांधीजी की 150वीं जयन्ती के कार्यक्रम एक वर्ष तक और आयोजित करने का निर्णय लिया है। 

 

गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी सबके हैं। वह एक ऎसी रोशनी हैं, जिससे दुनिया वषार्ें तक जगमगाती रहेगी। उन्होंने कहा कि आज हम गांधीजी के बताये मार्ग से विचलित हो रहे हैं, यह हमारी भूल है। हमें इस पर आत्म-चिंतन करना होगा। देश में अविश्वास और भय का माहौल है, इसे गांधीजी के जीवन मूल्यों को अपनाकर दूर किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीजी की आत्मकथा 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग' से मैं काफी प्रभावित हूं। इस पुस्तक से हमारे व्यवहार एवं जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है।  

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकता में एकता ही हमारा मूलमंत्र है। देश में कई भाषाएं तथा बोलियां है। इसके बावजूद हम सब एक हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भी भारत के साथ ही स्वतंत्रता मिली थी, परन्तु वहां अधिकांश समय सेना ने शासन किया है तथा अधिकतर प्रधानमंत्रियों को जेल जाना पड़ा। भारत का लोकतंत्र देश को एक सूत्र में बांधकर रखने में सफल रहा है। स्व. इन्दिरा गांधी और स्व. राजीव गांधी जैसे हमारे महान नेताओं ने देश के लिये बलिदान दे दिया, लेकिन लोकतंत्र कायम रखा।  

 

गहलोत ने गांधीजी की 150वीं जयन्ती पर जिला प्रशासन तथा गांधी जीवन दर्शन समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों से देश की भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। 

 

'मोहन से महात्मा' प्रदर्शनी का किया अवलोकन

 

मुख्यमंत्री ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा राजीव गांधी ऑडिटोरियम में गांधीजी के जीवन दर्शन पर लगाई गई चित्र प्रदर्शनी 'मोहन से महात्मा' का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के बचपन से लेकर महात्मा बनने तक के सफर को चित्रों तथा आलेख के माध्यम से दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी को सभी के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने गांधीजी के चित्र तथा महात्मा गांधी एवं कस्तूरबा बने छात्र-छात्राओं के साथ फोटो खिंचवाये।

 

गहलोत ने गांधी जी से संबंधित समाचार पत्रों, पुस्तकों, डाक टिकिट आदि के संग्रह और 'गांधीजी के सपनों का भारत' विषय पर छात्र-छात्राओं द्वारा बनाये गये चित्रों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने एलईडी पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों की झलकियां तथा जल संरक्षण, महानरेगा एवं हाफ गिलास कैम्पेन पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। 

 

मुख्यमंत्री ने तीन दिवसीय कार्यक्रमों के तहत विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। साथ ही गांधी जीवन दर्शन समिति भीलवाड़ा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के स्मृति चिन्ह का चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा तथा अन्य अतिथियों के साथ विमोचन किया।

 

कार्यक्रम में समिति के जिला संयोजक अक्षय त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया। समिति के जयपुर के संयोजक मनीष कुमार शर्मा ने भी उद्बोधन दिया। इस अवसर पर विधायक श्री कैलाश त्रिवेदी, रामलाल जाट सहित बडी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित थे।  

 

मुख्यमंत्री ने पुर कस्बे का दौरा किया

 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को भीलवाड़ा के उपनगर पुर का दौरा किया। उन्होंने पुर कस्बे की गलियों में पैदल घूमकर घरों, मंदिरों तथा अन्य भवनों में आई दरारों का अवलोकन किया। वे लक्ष्मीनारायण मंदिर में गये और वहां आई दरारों को देखा। मुख्यमंत्री ने कई घरों में जाकर भी स्थिति का जायजा लिया और लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट तथा अन्य अधिकारियों से इस संबंध में पूरी जानकारी ली और इस समस्या के समुचित समाधान के लिए कस्बावासियों को आश्वस्त किया। पुर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री को समस्या के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।