शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

भारत-जापान संयुक्‍त सैन्‍य अभ्‍यास,धर्म गार्जियन- 2019 का विधिवत समापन...

संवाददाता: नई दिल्ली 


      भारत और जापान संयुक्‍त द्विपक्षीय अभ्‍यासों की श्रृंखला में, आपसी संबंधों को बल प्रदान करते हुए अगले स्‍तर तक ले जाने के लिए एक बार फिर एक साथ आए। भारत और जापान की सेनाओं के बीच द्विपक्षीय सैन्‍य अभ्‍यास का दूसरा संस्‍करण धर्म गार्जियन- 2019, 31 अक्‍टूबर, 2019 को मिजोरम के वैरेंगटे स्थित काउंटर 'इन्सर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल में संपन्‍न हुआ। समापन समारोह की अध्‍यक्षता जैपनीज ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्‍टॉफ जनरल गोरो युसासा और 3 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव सिरोही ने की।



इस अभ्‍यास में सै‍न्‍य टुकडि़यों को पहाड़ी क्षेत्र में विद्रोही गतिविधियों और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की कार्रवाइयों के लिए प्रशिक्षित और चाकचौबंद करने पर मुख्‍य रूप से ध्‍यान केंद्रित किया गया। प्रशिक्षण के पूरे पाठ्यक्रम की योजना क्रमिक रूप से की गई, जिसमें शुरुआत में प्रतिभागियों को संयुक्‍त समरिक अभ्‍यासों का प्रशिक्षण देने से पहले एक-दूसरे के संगठन, हथियारों और युद्ध कौशलों से परिचित कराया गया।


अभ्‍यास के तहत विद्रोही गतिविधियों और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने की कार्रवाइयों से संबंधित महत्‍वपूर्ण व्‍याख्‍यान, प्रदर्शन और अभ्‍यास संचालित किए गए। दोनों सेनाओं ने ऐसी स्थितियों से निपटने के बारे में अपने बहुमूल्‍य अनुभवों तथा संयुक्‍त अभियानों के लिए परिष्‍कृत अभ्‍यासों और प्रक्रियाओं को भी साझा किया। यह अभ्‍यास 72 घंटे वैलिडैशन फेज के साथ संपन्‍न हुआ।


यह अभ्‍यास भारत और जापान के बीच आपसी समझ और विश्वास को बढ़ावा देने के अलावा, द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।