मंगलवार, 31 मार्च 2020

कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने किया बाल सम्प्रेषण गृह का निरीक्षण...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


       सोमवार की सुबह, दिल्ली के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने विभाग के तहत आने वाले बाल सम्प्रेषण गृह का निरीक्षण किया। 

 

कोरोना जैसी महामारी से बचने और उसे फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है। इसी का जायज़ा लेने के लिए मंत्री  राजेंद्र पाल गौतम ने बाल सम्प्रेषण गृहों के लिए जारी किए सख्त निर्देश।

 


राजेंद्र पाल गौतम ने यह सुनिश्चित किया कि लॉकडाउन के नियमों का पूरी तरह से पालन हो। इसके लिए बाल सम्प्रेषण गृह में परिजनों के आने पर पाबंदी लगाई गई। बच्चे व युवा अपने परिजनों से हफ्ते में दो बार फोन से संपर्क कर सकेंगे जो पहले केवल एक ही बार होती थी। बाहर से कोई संपर्क नही हो, इसका खास ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने ने साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।

 


 

राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कोरोना से बचने का एक ही उपाय है वह है कि इसके संक्रमण को पूरी तरह से रोका जाए। इसको मद्दे नजर रखते हुए आज से ही लोगों के आने जाने पर नियंत्रण किया जाए। जो भी आएगा वह गेट पर रखें सैनिटाइजर से अपने हाथ सैनिटाइज करके ही

 

अंदर आ सकता है। सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का सख्ती से पालन हो। यहां रह रहे सभी बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य को प्रथिकमकिता दी जाएगी, यह सभी बच्चे और युवा सरकार की जिम्मेदारी है। इसको मद्देनजर रखते हुए ही यह निर्देश जारी किए जा रहे हैं।

 

दिल्ली गेट स्थित 75 लोगों की क्षमता वाले ऑब्जर्वेशन होम में फिलहाल 29 युवा है जिसमें से 6 युवाओं को जमानत पर छोड़ दिया गया। इसी तरह 100 युवाओं की क्षमता वाले ऑब्जर्वेशन होम में 103 संवासी है, जिसमें से 24 को जमानत पर रिहा कर दिया और 2 शाम तक छोड़ दिए जाएंगे। 50 की क्षमता वाले प्लेस फॉर सेफ्टी मजनू का टीला में 65 युवा है, जिसमें 9 को जमानत दे दी गई। 

 

SPYM सेवा कुटीर जहां 40 युवा है, जिसमें 10 को जमानत पर छोड़ दिया गया।