रविवार, 1 मार्च 2020

मेक इंडिया वाटर समिट-2020 राजस्थान में जल संरक्षण की परम्परा सदियों से : मुख्यमंत्री

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


     मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पानी की समस्या से आज पूरा विश्व चिंतित है। राजस्थान में जल संरक्षण की परम्परा सदियों से रही है। मुख्यमंत्री के रूप में मेरे पहले कार्यकाल में हमने पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ का संदेश घर-घर तक पहुंचाया, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए। पानी की समस्या के समाधान के लिए सबको पर्यावरण के प्रति जागरूक होना होगा।

 

गहलोत शनिवार को टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित ’मेक इंडिया वाटर समिट-2020’ को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान जल संरक्षण के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां के कुओं और बावड़ियों सहित अन्य जल स्रोतों पर कई लेख लिखे गए। जल संरक्षण के ये प्रयास हमें पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए प्रेरित करते हैं।

 


 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पर्यावरण को लेकर चिंता व्यक्त की और इस दिशा में सार्थक कदम उठाए। पर्यावरण के प्रति जागरूकता को जन-जन तक ले जाना जरूरी है। हम जागरूक नहीं होंगे तो जल संकट और बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि खेती में ड्रिप और स्पि्रंकलर सिस्टम के उपयोग को और बढ़ाया जाना चाहिए।

 

गहलोत ने कहा कि ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट राजस्थान के 13 जिलों के लिए महत्वपूर्ण परियोजना है। उन्होंने कहा कि इस पर भारी वित्तीय भार को देखते हुए केन्द्र सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे। उन्होंने घर-घर तक पानी का कनेक्शन पहुंचाने के लिए शुरू किए गए जल जीवन मिशन का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान की विषम भौगोलिक स्थितियों को देखते हुए इस योजना में भी केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत राशि वहन करे।

 

मुख्यमंत्री ने देश के वर्तमान आर्थिक हालातों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आर्थिक मंदी के कारण उद्योग-धंधों, निवेश एवं रोजगार पर विपरीत असर पड़ रहा है। सबको मिलकर इस दिशा में सोचना चाहिए ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहतर हो सके। उन्होंने वाटर समिट के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया समूह को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इसमें हुई चर्चा से जल संरक्षण के लिए बेहतर सुझाव मिल सकेंगे।

 

समिट में हुए पैनल डिस्कशन का सार बताते हुए श्री नितिन भाटी ने कहा कि राजस्थान ने जल संरक्षण के क्षेत्र में कई उदाहरण पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि समिट में हुई चर्चा में कई अच्छे सुझाव सामने आए हैं जिनका लाभ पूरे देश को मिल सकता है।

 

इससे पहले टाइम्स ऑफ इंडिया के स्थानीय संपादक श्री कुणाल मजूमदार ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री अजिताभ शर्मा, जल संसाधन सचिव नवीन महाजन, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले विशेषज्ञ उपस्थित थे।