रविवार, 1 मार्च 2020

सरकार की सोच भावी पीढ़ी को मिले बेहतर भविष्य : मुख्यमंत्री

संवाददाता : जयपुर राजस्थान


      मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इस सोच के साथ काम कर रही है कि आने वाली पीढ़ियों को बेहतर भविष्य मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सड़कों के क्षेत्र में 70 साल में काफी काम हुआ है। आप सबके सहयोग से सरकार प्रदेश की तरक्की को और गति देगी। 

 

गहलोत शनिवार को स्वामी केशवानन्द इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी के वार्षिक उत्सव में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही पेश बजट में सभी वगोर्ं के उत्थान के लिए घोषणाएं की हैं। विशेषकर युवा वर्ग को आगे बढ़ाने के लिए बजट में कई प्रावधान किए गए हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी बजट में महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। 

 


 

हमारे फैसले से बदली तकनीकी शिक्षा की तस्वीर

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल पहले राजस्थान के विद्यार्थी इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित अन्य प्रोफेशनल विषयों की पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में जाते थे। यहां इन विषयों के लिए संस्थान नहीं होने से कई बच्चे वंचित रह जाते थे। मुख्यमंत्री के रूप में मेरे पहले कार्यकाल में हमने मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर को अनुमति दी, जिससे प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों का जाल बिछ गया। हमारे इस फैसले से प्रदेश में तकनीकी शिक्षा की तस्वीर बदल गई। आज यहां के युवा इन संस्थानों में पढ़कर देश-दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं। 

 

सोशल मीडिया के दुष्प्रचार से बचें युवा

 

गहलोत ने कहा कि युवा सोशल मीडिया के दुष्प्रचार से बचें और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जीवनी को पढ़ें और उनके बताए सिद्धांतों पर चलें। इससे उनका व्यक्तित्व निखरेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की सोच से देश में सूचना क्रांति आई  और आज गांव-गांव में इंटरनेट पहुंच चुका है। स्व. राजीव गांधी ने ही युवाओं की विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 18 वर्ष की उम्र में उन्हें मताधिकार दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वामी केशवानन्द इंस्टीट्यूट से पढ़कर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रहे युवाओं एवं इंस्टीट्यूट के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया। 

 

इससे पहले इंस्टीट्यूट के मुख्य संरक्षक राजाराम मील ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव शुचि शर्मा, इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डॉ. रमेश कुमार पचार सहित अन्य गणमान्यजन एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।