मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

ब्लाक प्रमुख जयहरिखाल ने की CM से फोन पर बात,प्रभारी मंत्री पौड़ी ने डाला ग्रामीणों के पेयजल पर डाका...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


          प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह नारा "हर घर को नल से जल" सफल होता नजर नहीं आ रहा ,उत्तराखंड के जयहरिखाल ब्लॉक में इसका एक उदाहरण देखने को मिला है। इससे पूरे इलाके की जनता में बड़ा रोष है। आइए आपको बताते हैं विस्तार से :


लॉकडाउन के इस कठिन समय पर जहां कई लोग देवदूत बनकर निस्वार्थ भाव से आम जनता की मदद के लिए सामने आ रहे हैं वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपने  निजी स्वार्थ के कारण अपने पद का दुरुपयोग कर आम जनता का शोषण  कर रहे हैं।


समखाल  स्थित वृद्धाश्रम  के निकट एक सार्वजनिक हैंडपंप लगा हुआ है ।यह एकमात्र हैंडपंप है जो कि  नजदीकी गांव जिनमें ओडल, खुंडोली, सारी ,पौखाल, समखाल स्थित वृद्धाश्रम (जहां पर वर्तमान में 40 लोग रह रहे हैं) आदि के गांव को पानी की आपूर्ति की जाती है।


स्थानीय लोगों का यह आरोप है कि उत्तराखंड सरकार में माननीय मंत्री डॉ हरक सिंह रावत इस पर पूर्ण रूप से संलिप्त हैं। यहां पर मंत्री की बहू (अनुकृति गुसाईं ) का एक निजी NGO महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान है। जिसकी वह अध्यक्षता है ।



जिस पर पानी की पूर्ति के लिए इस हैंडपंप का सहारा लिया जा रहा है वह बिना किसी जानकारी के इस हैंडपंप पर मोटर लगाकर इसका पूरा पानी अपने NGO को सप्लाई की जा रही है। आम जनता की मदद के बजाय, उनको राशन एवं खाद्य सामग्री मुहैया करवाना तो दूर की बात उनसे उनका पीने का पानी भी छीन लिया गया।


इस महामारी संकट के दौर में जहां प्रदेश सरकार भाजपा की तरफ से माननीय मंत्री हरक सिंह जी को प्रभारी मंत्री बनाया गया है वही मंत्री जी द्वारा हैंडपंप पर मोटर लगवा कर आम जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आखिरकार मंत्री ही बने जनता के कंठ सुखाने का कारण। यह हैंडपंप एकमात्र जल स्रोत है स्थानीय लोगों के लिए क्योंकि अभी तक भैरवगड़ी जल परियोजना वहां पर सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाई है।


आज से 10 वर्ष पूर्व जब दीपक भंडारी इस क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य थे तब उनके ही द्वारा पौखाल और समखाल में इस पानी हैंडपंप जल स्रोत की स्वीकृति तत्कालीन जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मेवाड़ से करवाई गई थी । जिस पर यह कहा गया था कि हैंडपंप पर मोटर लगवा कर सारी और पौखाल के ग्रामीणों को पानी उपलब्ध भी करवाया जा सकता है।


लेकिन विभाग द्वारा यह कहा गया था कि जो हैंडपंप सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुए हैं इन हैंडपंपों पर मोटर लगाने का शासनादेश का कोई भी प्रावधान नहीं है व सार्वजनिक स्थान पर होने के कारण इस पर किसी भी प्रकार की मोटर नहीं लगाई जा सकती।


जहां एक ओर आमजनता ,ग्रामीणों के लिए जो ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं उनके लिए इस हैंडपंप पर मोटर ना लगाने का प्रावधान हो तो कैसे एक जनप्रतिनिधि अपने निजी स्वार्थ के कारण इस प्रावधान का उल्लंघन कर सकता है।


प्रजा टुडे के संवाददाता से बात करते हुए नरेंद्र भंडारी ने बताया इस विषय को गंभीरता से लेते हुए आज मुख्यमंत्री से दूरभाष पर इस संदर्भ में वार्ता की गई।



जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर दीपक भंडारी ने उप जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता जल संस्थान को कहा कि आज अगर यह मोटर नहीं हटाई गई तो कल  जल संस्थान /माननीय मंत्री /विभाग /NGO के खिलाफ FIR  दर्ज की जाएगी और ग्रामीण जनता के सहयोग के साथ तहसील परिसर में  इस लॉकडाउन के दौर में भी धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।


आज सुबह स्थानीय लोगों ने Social Distancing के साथ इस बात का विरोध करते हुए इस मोटर को तत्काल हटवाने की मांग की गई  इस बात की जानकारी वहां की पट्टी पटवारी और SDM लैंसडाउन को भी दी गई, इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए SDM लैंसडाउन की ओर से महिला पटवारी वंदना भी वहां मौके पर पहुंची व स्थिति का जायजा लिया तथा थाना प्रभारी लैंसडाउन को इस बात से अवगत करवाया गया।


इस मौके पर रजनी देवी, महिला मंगल दल सुरमाडी, मनजीना, सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बौंठियाल, अर्जुन सिंह , महावीर सिंह , बृजमोहन गुसाईं,  भूमादेवी तथा तमाम महिलाएं वहां एकत्रित हुई,जिस पर उप जिलाधिकारी के मौखिक आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित किया।