सोमवार, 6 अप्रैल 2020

दिल्ली सरकार के भोजन केंद्रों पर करीब 6.5 लाख लोगों ने किया लंच और डिनर...

संवाददाता : नई दिल्ली


       कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन ने मुख्य रूप से गरीबों को प्रभावित किया है। जिन लोगों के पास रोजगार, पैसा और आश्रय नहीं है, उनके लिए दिल्ली सरकार ने विभिन्न स्थानों पर भोजन केंद्र खोल कर मुफ्त खाना मुहैया कराने की व्यवस्था की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में 04 अप्रैल, 2020 को करीब 6.5 लाख लोगों को दोपहर और रात का भोजन उपलब्ध कराया है।

 

04 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने करीब 1592 केंद्रों पर 648469 लोगों को दोपहर और 650667 लोगों को रात में भोजन दिया। इसके अलावा, सरकार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से भोजन के लिए फोन कॉल्स और अनुरोध भी आ रहे हैं। 04 अप्रैल को दिल्ली के विभिन्न स्थानों से भोजन के लिए 1040 कॉल और अनुरोध आए। उन सभी लोगों को दिल्ली सरकार ने भोजन उपलब्ध कराया है। दिल्ली सरकार 01 अप्रैल से प्रतिदिन 6 लाख से अधिक लोगों को लंच और डिनर उपलब्ध करा रही है। सरकार के पास प्रतिदिन 10 लाख लोगों को लंच और डिनर कराने की क्षमता है।

 


 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 31 मार्च को घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार 1 अप्रैल से प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोगों को खाना खिलाने की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए सरकार करीब 2800 केंद्र बना रही है और प्रत्येक केंद्र पर प्रतिदिन 500-500 लोगों के खाने की क्षमता है। प्रतिदिन करीब 2,500 स्कूलों और 250 रैन बसेरों में 500-500 लोगों को भोजन वितरित करना शुरू कर दिया है।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक सप्ताह पहले कहा था, “अभी हम प्रतिदिन 3.5 से 4 लाख लोगों को भोजन दे रहे थे, जहां खाना खाने वालों की भीड़ बढ़ रही थी। सरकार ने इस पर विचार-विमर्श किया और जरूरत के मुताबिक कई अन्य जगहों पर भोजन केंद्र खोलने का फैसला किया। लिहाजा, इसकी क्षमता बढ़ा कर अब 10-12 लाख लोगों को खाने खिलाने की कर दी गई।

 

सरकार की मुफ्त भोजन योजना जरूरतमंदों के लिए समान रूप से सुलभ हो, ताकि उन्हें भोजन की तलाश में मीलों पैदल न चलना पड़े। दिल्ली सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों और रैन बसेरों को भोजन वितरण का केंद्र बनाया है। दिल्ली सरकार ने लॉक डाउन के दिन से ही मौजूदा 234 रैन बसेरों और 35 सामुदायिक केंद्रों में खाद्य पदार्थों के वितरण की शुरुआत कर दी थी। दिल्ली सरकार खाद्य वितरण के समय लोगों के लिए सामाजिक दूरी, सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित कर रही है।