रविवार, 5 अप्रैल 2020

दिल्ली सरकार की पहली कोशिश कोरोना न फैले, इससे मौतें न हो, मैं खुद एक-एक मरीज पर नजर रख रहा हूं : अरविंद केजरीवाल

संवाददाता : नई दिल्ली


      दिल्ली के मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के 59 नए मरीज सामने आए हैं। इसमें सबसे अधिक मरीज विदेश से आने वाले और मकरज के हैं। सिर्फ 40 मरीज ऐसे हैं, जिन्हें इनके संपर्क में आने से कोरोना हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में मरकज की वजह से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। केंद्र सरकार को पत्र लिख कर पीपीई किट तत्काल मुहैया कराने की मांग की गई है, ताकि डाॅक्टर निडर होकर मरीजों का इलाज कर सकें। अभी तक केंद्र सरकार ने एक भी पीपीई किट नहीं दिया है।

 


 

दिल्ली में 445 मरीजों में से 11 आईसीयू और 5 वेंटिलेटर पर- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमत्री  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 59 नए केस आए हैं और दिल्ली में अब कुल 445 कोरोना के केस हो चुके हैं। एक बार सुनने में लगता है कि बहुत ज्यादा केस हैं, लेकिन इसका विश्लेषण करते हैं, तो 445 में एक-दूसरे को छूने से जिन्हें कोरोना हुआ है, उनकी संख्या केवल 40 हैं। बाकी सभी केस मकरज या विदेशों से आए लोगों के हैं। पिछले दो महीने से जितनी फ्लाइट विदेशों से भारत आ रही थीं, भारत में आने के बाद उन्हें एयरपोर्ट से सीधे 14 दिन क्वारंटाइन के लिए दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में रखा गया था। उनमें से कुछ लोग पाॅजिटिव निकलते थे, उन्हें फिर अस्पताल लेकर जाया गया। विदेशों से कोरोना बीमारी लेकर आए और मरकज के मरीजों को अलग कर दें, तो दिल्ली के अंदर एक-दूसरे को छूने से मात्र 40 केस हुए हैं। यह आंकड़े हमारी चिंता को दूर करती है कि दिल्ली में अभी कोरोना नियंत्रण में है। इसमें 6 लोगों की अभी तक मौत हुई है, जिन लोगों की मौत हुई है, उनका भी विश्लेषण किया गया है। दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कुल मरीजों में 11 आईसीयू में हैं और 5 वेंटिलेटर पर हैं।

 

बुजुर्गों और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्ति को कोरोना में अपना ख्याल रखने की जरूरत-  अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर अभी तक 6 मरीजों की मौत हुई है। इन 6 में से 3 लोग मरकज थे और 3 अन्य लोग थे। इन 6 में से 5 लोग 60 साल से अधिक उम्र के थे और एक 36 साल उम्र के थे। इन 6 में से 5 को कोई न कोई दूसरी बड़ी बीमारी थी। एक को लीवर की बीमारी थी। एक को सुगर की बीमारी थी, दो को सांस की बीमारी थी और एक को हार्ट की बीमारी थी। सुनने में आता है कि बुजुर्गों को संभल कर रहना है। 55-60 साल के उम्र के लोगों को संभल कर रहना है। सभी बुजुर्गों से मेरी हाथ जोड़ कर विनती है कि अपना ख्याल रखें। हमें आपकी बहुत चिंता है। घर में रहें, लोगों से कम से कम मिलें। आप हमारे के लिए बहुत कीमती हैं। यह बड़ा नाजुक दौर है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को सुगर, सांस, हार्ट या लीवर की बीमारी है या कोई अन्य गंभीर बीमारी है, उन लोगों को भी अपने आप को बचा कर रखने की जरूरत है। उनके लिए कोरोना खतरनाक हो सकता है। मेरी पहली कोशिश है कि दिल्ली में कोरोना बिल्कुल भी न फैले। कोरोना को फैलने से रोकना है। इसके लिए जो भी करना पड़ेगा, वह हम कर रहे हैं। इसके बाद भी किसी को कोरोना हो जाए, तो मेरी दूसरी कोशिश है कि वह ठीक होकर सही सलाम अपने घर चला जाए। कोरोना से होने वाली मौतों को रोकना हमारी दूसरी कोशिश है। हम कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना से कम से कम, या किसी की मौत न हो। मेरे पास दिल्ली के हर कोरोना पीड़ित की पूरी हिस्ट्री है और एक-एक मरीज की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहा हूं। एक-एक मरीज पर हम लोग नजर रख रहे हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि इसके मरीजों को अच्छा से अच्छा इलाज मिले।

 

बिना राशन कार्ड वालों को जल्द मिलेगा राशन-  अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री ने  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल हम लोगों ने 663928 लोगों को लंच कराया था और 678544 लोगों को डिनर कराया था। जैसा कि हमने बताया है कि दिल्ली सरकार ने 10 लाख लोगों को लंच और डिनर कराने की व्यवस्था की है। अब इंतजाम ज्यादा है और लोग कम आ रहे हैं। हम दिल्ली में किसी को भूखा मरने नहीं देंगे। सरकार लोगों के लिए जो कर रही है, उसके अलावा बहुत सारी सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं अपने स्तर पर 200, 400, 1000 और 10,000 खाने के पैकेट बांट रही हैं। पुण्य का काम करने का यही समय है। हमने कहा था कि जिन लोगों के पास राशन कार्ड है। ऐसे 71 लाख लोगों को हम प्रत्येक को 7.5 किलो राशन फ्री दे रहे हैं। दिल्ली में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। ऐसे लोगों के लिए दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर एक फार्म बना कर डाला है। आप उस पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। आपके पंजीकरण की जरूरत इसलिए है, क्योंकि बिना पंजीकरण के राशन बांटते हैं, तो एक ही व्यक्ति कई बार आकर राशन ले सकता है और इतना राशन नहीं है। जिन लोगों को राशन मिल गया है, उनको रोकने के लिए सिर्फ यह पंजीकरण कराया जा रहा है। दिल्ली में 6.5 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में राशन कार्ड के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें राशन कार्ड नहीं मिला है। उन सब लोगों को हम राशन देंगे। पंजीकरण करने के लिए 03 अप्रैल 2020 से वेबसाइट खुली है। उस पर अभी तक करीब 40 से 50 हजार लोग पंजीकरण कर चुके हैं। इसके अलावा भी जितने लोग पंजीकरण करेंगे, उन्हें भी राशन मिलेगा।

 

मुख्यमंत्री ने अपील की कि वेबसाइट पर जाकर इस फार्म को खुद भी भर सकते हैं। इसके अलावा, जितने भी पढ़े-लिखे या सामर्थ लोग हैं, वे अपने आसपास के गरीब लोगों के फार्म भरवा दें। मुझे उम्मीद है कि बुधवार या बृहस्पतिवार से आप लोगों को भी राशन मिलना शुरू हो जाएगा। प्रत्येक व्यक्ति को 5-5 किलोग्राम राशन मुफ्त में दिया जाएगा।

 

केंद्र से पीपीई किट मांगा, अभी तक नहीं मिला, हमें अपने डाॅक्टर व नर्सों की चिंता-  अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की स्थिति थोड़ी नाजुक है। दिल्ली के अंदर विदेशों से बहुत लोग आए हैं, जिनकी जिम्मेदारी दिल्ली के लोगों को उठानी पड़ी है। मरकज के अंदर से 2300 लोगों को निकाला गया है और अब 2300 लोगों में से उम्मीद है कि बहुत से लोग कोरोना के पाॅजिटिव निकलेंगे। बाकी सभी जरूरतों का दिल्ली सरकार इंतजाम कर रही है, लेकिन अचानक से पीपीई किट की कमी हो गई है। मैं खास कर अपने डाॅक्टर, नर्स और स्टाॅफ को लेकर काफी चिंतित हूं। मैं नहीं चाहता हूं कि किसी डाॅक्टर या नर्स को बिना पीपीई के किसी कोरोना मरीज का इलाज करना पड़े। कल मैने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था। केंद सरकार से अभी तक हमें एक भी पीपीई किट नहीं मिला है। कल हमने केंद्र सरकार को लिखा था कि हमें पीपीई किट्स तुरंत मुहैया कराया जाए, ताकि हमारे डाॅक्टर मरीजों का बिना किसी डर के इलाज कर सकें।