रविवार, 5 अप्रैल 2020

मुख्यमंत्री ने यात्रा करके आए व्यक्तियों को चिन्हित करने पर दिया बल...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने देश तथा प्रदेश में कोरोना महामारी के दृष्टिगत उत्पन्न परिस्थितियों का जायजा लेने के लिए शिमला से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस की।


मुख्यमंत्री ने उचित दूरी सुनिश्चित बनाने के दृष्टिगत लोगों को आवश्यक वस्तुएं प्रदान करने के लिए सभी उपायुक्तों को होम डिलीवरी सिस्टम बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वयंसेवियों तथा पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को आवश्यक वस्तुएं होम डिलीवरी के माध्यम से गांव में उपलब्ध करवाई जाएं, ताकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकानों पर अनावश्यक भीड़ जमा न हो।



जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 05 अप्रैल, 2020 को रात 9 बजे से 9ः09 बजे तक घरों की लाईटें बंद करने तथा अपनी बालकनियों में दीपक तथा टाॅर्च जलाने की अपील का अनुसरण करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान सामाजिक दूरी भी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि इससे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने में हमें नई ऊर्जा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि यह अपील अस्पतालांे तथा सार्वजनिक सेवाओं, नगर निगम सेवाओं, कार्यालयों, स्ट्रीट लाइटों, पुलिस स्टेशन, उत्पादन सुविधाओं जैसे अन्य आवश्यक क्षेत्रों पर लागू नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाईट, कम्प्यूटर, टीवी, पंखे, फ्रिज तथा एयरकंडिशनर बंद करने को नहीं कहा है।


जय राम ठाकुर ने अधिकारियांे को दिल्ली की निज़ामुद्दीन तबलीगी जमात में शामिल हिमाचल के व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की यात्रा करने वाले व्यक्तियों को शीघ्र चिन्हित करने पर बल दिया जाना चाहिए, ताकि अन्य लोगों में कोरोना वायरस न फैले। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को होम क्वारटाईन अथवा आईसोलेशन में रखा जाए।


उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने लाईट आउट इवेंट के दौरान वोल्टेज में बढ़ौतरी तथा मांग में कमी की संभावना से निपटने के दृष्टिगत ग्रिड सुरक्षा के लिए सभी प्रोटोकाॅल संबंधी सभी मामलों पर कदम उठाए गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में च्वीइंगम तथा इस प्रकार के अन्य उत्पादों की बिक्री तथा वितरण पर तीन महीनों के लिए पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया है।


जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक्टिव केस फांईडिंग कैंपेन के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा डोर-टू-डोर अभियान के दौरान 5.5 लाख व्यक्तियों की स्वास्थ्य सूचना प्राप्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक्टिव केस फांईडिंग के तहत स्वास्थ्य कर्मचारियों को सर्जिकल मास्क, हैंड सेनेटाईजर तथा ग्लबज़ प्रदान करने के पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के दृष्टिगत 4286 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 1754 व्यक्तियों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि आज कोविड-19 के संबंध में 88 व्यक्तियों की जांच की गई है, जिनमें से टांडा मेडिकल काॅलेज से 33 सेंपल तथा आईजीएमसी शिमला में 55 सेंपल एकत्रित किए गए, जिनकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के संबंध में अभी तक 381 व्यक्तियों की जांच की गई है तथा कुल छह मामले पाॅजिटिव पाये गए हैं।


मुख्य सचिव अनिल खाची ने प्रदेश में प्रभावी रूप से कफ्र्यू लगाने तथा किसी भी प्रकार की ढील न देने की आवश्यकता पर बल दिया।


पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने कहा कि आपदा प्रबन्धन अधिनियम के तहत यात्रा संबंधी जानकारी छुपाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि 29 ने चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।


शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, अतिरिक्त मुख्य सचिव बहुद्देशीय परियोजनाएं तथा ऊर्जा राम सुभग सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू, सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क रजनीश तथा निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन भी इस बैठक में उपस्थित थे।