संवाददाता : हल्द्वानी उत्तराखंड
एसडीएम कार्यालय के बाहर विभिन्न कारणों से पास बनवाने के लिए सोमवार को सैकड़ों महिलाओं-पुरुषों और युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा। चिलचिलाती धूप में लाइन लगाने के बजाए बड़ी संख्या में महिला-पुरुष और युवा सड़क किनारे फुटपाथ पर ही बैठ गए।
बड़ी संख्या में लोग कतारों में खड़े रहे पर घंटों धूप में खड़े रहने के बाद लोगों के सब्र का बांध टूट गया। सबको छोड़ मुझे पास पहले मिल जाए की मानसिकता के कारण लोग अपनी मनमर्जी मुताबिक आगे-पीछे होने लगे तो सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने लगीं। दो पुलिस वाले लाठियां फटकारते रहे पर किसी ने भी उनकी एक न सुनी। लोगों में पास बनवाने में आ रही दिक्कतों को लेकर प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश नजर आया।
दरअसल लाकडाउन में फंसे लोग लंबे समय से अपने घरों को जाने के लिए पास बनवाने एसडीएम कार्यालय के बाहर इकट्ठा होते हैं। पर अंदर का हाल यह होता है कि वहां न तो एसडीएम अपने कक्ष में होते हैं और न ही आरटीओ विभाग के अधिकारी या अन्य अधिकारी। न ही एसडीएम कार्यालय के प्रवेशद्वार पर ऐसा कोई बोर्ड ही लगा है कि किस काम के लिए किस अधिकारी के पास लोग पास बनवाने जाएं।
सूचना के अभाव में सारे लोग एसडीएम कार्यालय के बाहर खड़े हो जाते हैं और फिर अराजकता का माहौल बन जाता है। सोमवार को भी ऐसा ही हुआ। पुलिस वाले सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए बनाए गोलों में खड़े रहने के लिए लाठी फटकारते रहे पर इसका किसी पर कोई असर नहीं पड़ा।