गुरुवार, 7 मई 2020

विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए महा-अभियान की शुरुआत 7 मई से होगी...

संवाददाता : नई दिल्ली


      विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए महा-अभियान की शुरुआत 7 मई से होगी। सरकार ने कहा है कि स्वदेश वापसी के लिए लोगों खुद किराया चुकाना होगा। इसके लिए किराया भी तय कर दिया गया है। विदेशों से आने वाले भारतीयों को 1 लाख रुपए तक किराया चुकाना होगा। लंदन से दिल्ली के बीच प्रति व्यक्ति किराया 50 हजार रुपए तय किया गया है।


ढाका से दिल्ली के बीच किराया 12 हजार रुपए होगा। लंदन से मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु के लिए भी 50 हजार रुपए किराया देना होगा। अमेरिका के शिकागो से दिल्ली, हैदराबाद के लिए करीब 1 लाख रुपए चुकाने होंगे।नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा है कि विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए 7 मई से 13 मई तक 64 विमानों का परिचालन होगा।



पुरी ने कहा कि लोगों को किराया देना होगा। हरदीप पुरी ने कहा कि 7 मई से 13 मई तक यात्रियों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया के विमान भेजे जाएंगे। इसके बाद निजी विमान कंपनियों को भी यात्रियों को वापस लाने के लिए सेवा में लगाया जाएगा। सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और उन्हें 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। विमान में भी सभी तरह के सुरक्षा नियमों का पालन किया जाएगा।


नागर विमानन मंत्री ने कहा कि यह विशेष परिस्थिति में कॉमर्शल सर्विस है। सरकारी खजाने के पास अभी इसका भार वहन करने की गुंजाइस नहीं है। उन्होंने बता कि 10 विमान यूएई, 2 कतर से, 5 सऊदी अरब से, 7 ब्रिटेन, 5 सिंगारपुर, 7 अमेरिका से, 5 फिलीपिंस से, 7 बांग्लादेश से नागरिकों को लाएंगे। पहले सप्ताह में 64 विमान नागरिकों को लाएंगे।