सोमवार, 6 जुलाई 2020

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा बनाए नियमों का करें पालन : अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आर.डी. धीमान ने रविवार यहां बताया कि नागरिकों की सुविधा को देखते हुए समूचे देश में लाॅकडाउन के बाद अनलाॅक को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है, जहाँ जनसाधारण को दैनिक दिनचर्या के साथ अपने जीवन को सामान्य दिनों की तरह पटरी पर लाने का फिर से मौका मिला है। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर लोग कोरोना संक्रमण प्रतिबंधों को नजरअन्दाज करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन खत्म हुआ है कोरोना नहीं तथा यह जानकारी देते हुए हमें यह याद रखना होगा कि इस समय आवश्यकता और अधिक सजग व सावधान रहने की है।

 

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं और जरूरी दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें इनका अनुपालन गम्भीरता से करना चाहिए, तभी हम कोविड-19 संक्रमण की सम्भावनाओं को कम करने में सफल हो सकेंगे।

 


 

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि आर्थिक गतिविधियांे और पर्यटन व्यवसाय में तेजी आने पर भी कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस दौर में हम स्वयं व समाज को जागरूक रहते हुए संक्रमण से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डरने या भ्रमित होने की बजाए आवश्यकता सजग व सतर्क रहने की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस, संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकले थूक के बेहद बारीक कणों से फैलता है। इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं। संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते हमारेे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इंसान के फेफड़े शरीर में वो जगह हैं, जहां से आॅक्सीजन शरीर में पहुंचना शुरू होता है, जबकि कार्बन डाई आॅक्साइड शरीर के बाहर निकलता है। लेकिन कोरोना से बने छोटे-छोटे एयरसैक में पानी जमने लगता है और इस कारण हमारे शरीर को सांस लेने में तकलीफ होती है और व्यक्ति लंबी सांस नहीं ले पाता। ऐसे में मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है।

 

उन्होंने जनसाधारण से आह्वान किया कि लोग कोरोना वायरस से खुद को बचाने के लिए स्वच्छता का पूरा ख्याल रखें। सरकार द्वारा निर्दिष्ट नियमों का पालन करें, प्रत्येक व्यक्ति के मध्य एक मीटर के फासले को बरकरार रखते हुए परस्पर सामाजिक दूरी के सिद्धांत को बनाये रखें। एक स्थान पर अनावश्यक रूप से भीड़ इकट्ठी न होने दें। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों को सैनिटाइजर या फिर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं, जब बाहर से घर वापस आए तो सबसे पहले अपने हाथ धोएं। अगर किसी कारणवश बाहर जाना पड़े तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। सामान्यतः मास्क या फेस कवर से मुंह ढकें। इसके साथ ही छींक आते समय टिशू से मुंह को ढक लें और शिष्टाचार का पालन करें, जिससे कोई दूसरा व्यक्ति इससे संक्रमित न हो।

 

उन्होंने कहा कि उपयोग की गई टिशू को तुंरत कूड़ेदान में डाल दें और अपने हाथ को धो लें। खांसी या जुकाम से ग्रसित व्यक्ति से बातें करते या मिलते समय उससे करीब एक मीटर यानी तीन फीट की दूरी बनाकर रखें। यदि किसी जगह को छूते है, तो हो सकता है कि उसमें वह वायरस हो, इसलिए नाक, आंख और मुंह को न छुएं। अस्पताल में भी ऐसे वार्ड्स की तरफ न जाएं, जहां कोरोना वायरस के मरीज हों, बुखार, खांसी, जुकाम हो या फिर सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत हेल्पलाइन नम्बर-104 से सपंर्क करें अथवा ई-संजीवनी ओ.पी.डी. सेवा का लाभ उठायें।