शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

बिहार सरकार रोजगार सृजन पर पूरा ध्यान दे रही है :

संवाददाता : पटना बिहार


बिहार एक झलक में, बिहार की प्रमुख खबरें  :


      बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा पूरी तत्परता के साथ लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री खुद लगातार कर रहे हैं। विभाग के वरीय पदाधिकारियों द्वारा क्षेत्र में जाकर विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है। अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर नियमित रूप से कार्य किये जा रहे है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का शुभारंभ किया। साथ ही किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए एक समग्र नस्ल सुधार, बाजार और सूचना संबंधी ‘ई-गोपाला ऐप’ की भी शुरुआत की। इस मौके पर बिहार में मछली पालन और पशुपालन क्षेत्र से जुड़ी कई योजनाओं की भी शुरुआत की गई। डिजिटल माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री के निर्देश का ही असर है कि आज की तारीख में बिहार का रिकवरी रेट 89.22 प्रतिशत हो गया है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 12 प्रतिशत अधिक है। कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,702 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,35,791 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,498 नये मामले सामने आये हैं। राज्य में अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 44,50,714 है।

मख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बिहार सरकार रोजगार सृजन पर पूरा ध्यान दे रही है। आपको बता दें कि लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5,60,253 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 92 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।




मुख्यमंत्री के निर्देश पर आवागमन को सुगम और सुरक्षित बनाने को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा हर स्तर पर काम किया जा रहा है। अब गांव से शहर तक पक्की सड़कें बन गयी है। वर्ष 2005 से अब तक ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के अन्तर्गत पथों/पुल/पुलियों के निर्माण में लगभग 40,000 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गयी है। वर्ष 2005 तक बिहार राज्य में केवल 835 किमी. लम्बाई के ग्रामीण पथ थे। वर्तमान में ग्रामीण पथों की लम्बाई बढ़कर 96,500 किमी. हो गयी है, जो ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के प्रति सरकार के संकल्प का परिचायक है। वर्ष 2005 से अब तक ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 1029 पुलों का निर्माण कराया जा चुका है एवं 876 पुलों का निर्माण कार्य प्रगति में है।

बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। अब धीरे-धीरे बाढ़ की स्थिति सामान्य हो रही है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 02 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 9,000 लोग भोजन कर रहे हैं। अब तक प्रभावित इलाकों से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है।

दरभंगा जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अम्बेदकर सभागार में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी एवं सभी कोषांग के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी के साथ बैठक की गई। इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

गया जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कोविड-19 से संबंधित विषयों पर विचार विमर्श का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिले के कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिलाधिकारी ने कहा कि कंटेनमेंट जोन से संबंधित रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराए जाएं।

जहानाबाद जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में सूफी महोत्सव, 2020 की तैयारी के लिए बीबी कमाल मकबरा के सदस्यों के साथ बैठक की गई। बैठक में कमेटी के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सूफी महोत्सव पर कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया। साथ ही कमेटी के सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सिर्फ कमेटी के सदस्यों द्वारा ही चादर पोसी की जाएगी।

मुंगेर के स्थानीय इंडोर स्टेडियम के पास पोषण परामर्श केंद्र का जिला पदाधिकारी ने उद्घाटन किया। पोषण माह कई विभागों के समन्वय से संचालित हो रहा है। जिला कार्यालय को इसका नोडल बनाया गया है।

लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान एवं गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत भोजपुर के उदवंतनगर प्रखंड के बीबीगंज के महादलित टोला में नवनिर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसर का उद्घाटन जिला पदाधिकारी ने किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने पौधारोपण भी किया।