गुरुवार, 17 सितंबर 2020

हरियाणा में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अपनाई जा रही जीरो टोलरेंस नीति...

संवाददाता चंडीगढ़ हरियाणा 


       हरियाणा में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अपनाई जा रही जीरो टोलरेंस नीति के तहत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री के उडऩदस्ते ने जिला चरखी दादरी के लघु सचिवालय के ई-दिशा केन्द्र में वाहनों के रजिस्ट्रेशन व ड्राईविंग लाइसेंस बनवाने के लिए  न्यायिक परिसर में लगे खोखे पर छापेमारी कर दो कर्मचारियों व एक प्राइवेट व्यक्ति के विरुद्घ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।


एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ई-दिशा केन्द्र में वाहनों के रजिस्ट्रेशन व ड्राईविंग लाइसेंस बनवाने के कार्य में हो रही गड़बड़ी के संबंध में प्राप्त सूचना पर मुख्यमंत्री के उडऩदस्ते की रोहतक टीम द्वारा चरखी दादरी न्यायिक परिसर में प्रदीप कुमार, टाईपिस्ट के खोखे पर छापा मारा गया।


उन्होंने बताया कि छापे के दौरान खोखे से चार ड्राईविंग लाइसेंस, 20 वाहनों की आर.सी., 33 आधारकार्ड, 12 मतदाता पहचान पत्र के अतिरिक्त ड्राईविंग लाइसेंस, आर.सी. और अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए जमा की गई फाइलों की रसीद बरामद की गई। इसके अलावा, वाहनों की सात हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट तथा एक रजिस्टर बरामद किया गया जिसमें पैसे के लेन-देन का रिकार्ड था।



टीम द्वारा की गई पूछताछ के दौरान प्रदीप कुमार, टाइपिस्ट ने यह स्वीकारा की वह चरखी दादरी के एसडीएम कार्यालय में कार्यरत लाइसेंस क्लर्क मोहित कुमार व आरसी क्लर्क श्रीमती सुनीता देवी के साथ मिलकर कार्य को अंजाम देता था। उसने यह भी बताया कि गाडियों की आर.सी. व ड्राईविंग लाइसेंस बनाने की एवज में वह 3500 रुपये से 5000 रुपये तक की राशि आवेदकों से लेता था। यह राशि सरकार द्वारा उक्त कार्यों के लिए निर्धारित फीस से कहीं अधिक थी और अतिरिक्त राशि को वे आपस में बांट लेते थे।


प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री उडऩदस्ता द्वारा अभियुक्तों के विरुद्घ भारतीय दंड संहिता की धारा 408, 420 तथा 120 बी के तहत मुकद्दमा दर्ज करवाया गया है। खोखा मालिक प्रदीप कुमार व आर.सी. क्लर्क सुनीता को गिरफ्तार कर लिया गया है और आरोपी मोहित कुमार की गिरफ्तारी अभी की जानी है।