मंगलवार, 13 अक्तूबर 2020

भूमि एवं संपत्ति निस्तारण समिति की बैठक चार ग्राम पंचायतों को भवन निर्माण हेतु भूमि आवंटन...

 संवाददाता : जयपुर राजस्थान

जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल की अध्यक्षता में सोमवार को जेडीए के मंथन सभागार में भूमि एवं संपत्ति निस्तारण समिति की बैठक संपन्न हुई।
 
 बैठक में ग्राम पंचायत सिरौली को पंचायत भवन हेतु ग्राम सिरौली में जेडीए स्वामित्व की भूमि खसरा नं. 534 रकबा 1.40 हैक्टेयर भूमि में से 4000 वर्गमीटर भूमि आवंटित् करने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार नवसृजित ग्राम पंचायत गोविंदपुरा को भवन निर्माण हेतु ग्राम गोविंदपुरा तहसील आमेर के खसरा नं. 705 की 0.75 हैक्टेयर भूमि आवंटित करने का अनुमोदन किया गया।  
 
बैठक में नवसृजित ग्राम पंचायत मानगढ खोखावाला को भवन निर्माण हेतु ग्राम मानगढ खोखावाला तहसील बस्सी के खसरा नं. 10 रकबा 2.5 हैक्टेयर भूमि में से 0.40 हैक्टेयर भूमि आवंटित करने का निर्णय लिया गया।
 
इसी प्रकार नवसृजित ग्राम पंचायत डाहर तहसील चाकसू को भवन निर्माण हेतु जेडीए स्वामित्व की भूमि ग्राम डाहर तहसील चाकसू के खसरा नं. 665 रकबा 7.53 हैक्टेयर में से 1.20 हैक्टेयर भूमि आवंटित करने का अनुमोदन किया गया।
बैठक में जेडीए सचिव आलोक रंजन सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
 
ग्यारह बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास किया विफल

जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते द्वारा सोमवार को कार्रवाई करते हुए ग्राम दयारामपुरा आगरा रोड़ पर करीब आठ बीघा भूमि एवं ग्राम कानोता में ताम्बी फार्म हाउस के पीछे करीब तीन बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास विफल किया गया।
 
मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन-13 में ग्राम दयालपुरा आगरा रोड़ तहसील बस्सी मैन हाईवे पर करीब आठ बीघा भूमि पर चारदीवारी का निर्माण कर अग्रवाल फार्म हाउस का बोर्ड लगाकर बिना जेडीए की अनुमति व स्वीकृति एवं बिना भू-रूपान्तरण कराये अवैध आवासीय कॉलोनी बसाकर ग्रेवल रोड का निर्माण किया जा रहा था, ग्रेवल रोड को खुद-बुर्द कर अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया गया।
 
उन्होंने बताया कि ग्राम कानोता आगरा रोड ताम्बी फार्म हाउस के पीछे करीब तीन बीघा भूमि पर चारदीवारी का निर्माण कर अवैध आवासीय कॉलोनी बसाकर ग्रेवल रोड़ का निर्माण किया जा रहा था जिसे प्रवर्तन दस्ते द्वारा विफल किया गया। दस्ते द्वारा जोन-06 में मुरलीपुरा बैंक कॉलोनी में प्लाट नं. 175 के भूखण्ड स्वामी द्वारा पीछे के सैटबैक में अवैध निर्माण कर बनाये गई ईटों की दीवार को मजदूरों की सहायता से ध्वस्त किया गया।