बुधवार, 30 जनवरी 2019

हंस अस्पताल सतपुली में तीन दिवसीय लिवर जांच शिविर आयोजित...

कपिल अग्रवाल : कोटद्वार उत्तराखंड 



                                   उत्तराखण्ड में हर जरूरतमंद और गंभीर से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे द हंस जरनल अस्पताल सतपुली में समाजसेवी माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी की प्रेरणा से तीन दिवसीय लिवर जांच शिविर शुरु हुआ। इस शिविर में लिवर की बीमारी से परेशान लोग अपने लिवर से संबंधिति जांच करवा रहे हैं। 


हंस जरनल अस्पताल सतपुली के डाक्टर मिनास ने इस बारे में बताया कि द हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली में लिवर से संबंधिति किसी भी तरह परेशान लोगों के लिए  माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी के आशीष से तीन दिवसीय निशुल्क लिवर जांच शिविर का आयोजन किया गया है। इस शिविर आकर हर उम्र के लोगों अपने लिवर की जांच करवा सकते हैं।


डाक्टर मिनास ने बताया कि आज के समय हर उम्र के लोग बच्चे, बुजुर्ग और जवान फास्टफूड खाने और मदिरा का सेवन करने को एक फैशन समझते हैं। लेकिन यह सब हमारे शरीर को कितना नुकसान पहुंचाते हैं। यह लोगों को तब समझ आता है। जब इनके लिवर में अलग- अलग प्रकार की खतरनाक बीमारी होने लगती है। जिसके बारे में किसी को पता ही नहीं चल पाता। इसलिए हम कह रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को लिवर संबंधी किसी भी तरह की  परेशानी हो या यह रोग आगे न बढ़े। इसके लिए आप सब इस लिवर जांच शिविर में आए और निशुल्क अपने लिवर की जांच करवाएं।


डाक्टर मिनास ने बताया कि इस  लिवर जांच शिविर में हम लिवर का फाइब्रोस्कैन टेस्ट करेंगे। इसी के साथ फाइब्रोस्कैन के द्वारा जो एक तरह का अल्ट्रासाउंड है जो मरीज के लिवर से संबंधिति फिब्रोसिस की स्थिति को दर्शाता है। यह एक पीड़ा रहित और सरल प्रक्रिया हैं। जिसके द्वारा चिकित्सक लिवर संबंधित किसी भी प्रकार की क्षति की जांच कर सकते हैं। द हंस फाउंडेशन जरनल अस्पताल सतपुली में डाक्टर रवि पुष्करना की पूरी टीम की देखरेख में इस लिवर जांच शिविर में यह सभी जांचे निरूशुल्क की जा रही है।


साथ ही निशुल्क दवाइयां प्रदान की जाएंगी और खून की जांच हो रही है। डाक्टर मिनास ने बताया कि अपने लिवर की जांच हर व्यक्ति को करवानी चाहिए। ऐसे व्यक्तियों को तो जरूर करवानी चाहिए जो अधिक मात्रा में मदिरा का सेवन करते हैं। जिन बच्चों और बुजुर्गों को भूख कम लगती हो या भूख लगती ही न हो, जिन लोगों को दस्त और कब्ज की शिकायत रहती हो। ऐसे लोगों को अपने लिवर की जांच अवश्य करानी चाहिए।