शुक्रवार, 29 मार्च 2019

नौसेना ने बिखेरी चेरिया कदामाकुड्डी में नवनिर्मित मकानों की चाबियां तीन परिवारों को सौंपीं,निवासियों के चेहरों पर मुस्‍कान...

संवाददाता : नई दिल्ली 



           अगस्त 2018 की विनाशकारी बाढ़ के बाद दक्षिणी नौसेना कमान द्वारा शुरू किए गए पुनर्वास कार्यों के तहत वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला, एवीएसएम, एनएम, वीएसएम, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (सी-इन-सी), दक्षिणी नौसेना कमान ने 28 मार्च, 2019 को चेरिया कदामाकुड्डी में नवनिर्मित मकानों की चाबियां तीन परिवारों को सौंपीं। भारतीय नौसेना द्वारा प्रायोजित किए गए ये मकान पुलियाल पाराम्बिल हाउस के श्री बीनू पी.पी, पाश्नी पराम्बिल हाउस की श्रीमती मरियम्मा और मदाथिल पराम्बिल हाउस के श्री जोसेफ एंटनी के थे और इनका निर्माण 28 लाख रुपये की कुल लागत पर किया गया है। इन नये मकानों का निर्माण प्रत्येक घर के मालिक की सलाह और आवश्यकता के अनुसार किया गया है। प्रत्येक मकान में सभी कमरों में वर्टिकल टाइल्स और इलेक्ट्रिकल फिटिंग आदि जैसी  अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बैडरूम्स, ड्राइंगरूम और रसोई घर बनाए गए हैं। इस परियोजना का संचालन आईएनएस वेंदुरथी द्वारा किया गया है और इसे साढ़े पांच महीने में पूरा किया गया है।  


इसके अलावा, नौसेना चेरिया कदामाकुड्डी के सभी 55 मकानों में सौर ऊर्जा उपकरण लगवा रही है, जिनमें से तीन नवनिर्मित मकानों सहित 30 मकानों में यह कार्य पूरा हो चुका है। इसलिए अगले कुछ हफ्तों में चेरिया कदामाकुड्डी पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल गांव बन जाएगा।  


गांव के निवासियों के आश्चर्य का उस समय कोई ठिकाना ना रहा जब कमांडिंग इन चीफ ने चेरिया कदामाकुड्डी को पिझाला द्वीप से जोड़ने वाले स्टील आर्क ब्रिज के निर्माण की घोषणा की और उसकी आधारशिला रखी। बाढ़ का पानी उतरने के बाद से ही स्थानीय निवासी नया पुल बनवाने का अनुरोध कर रहे थे क्योंकि कंक्रीट का बना मौजूदा पुल काफी लंबे अरसे से बदहाली की स्थिति में था और हाल ही में पीडब्ल्यूडी ने इसे पैदल चलने वालों के लिए भी असुरक्षित घोषित कर दिया था। नया पुल पहले से मौजूद पुल के साथ बनाया जाएगा और यह 50 मीटर लम्बा और 3.5 मीटर चौड़ा होगा। इस पुल से चार टन तक के वजन वाले वाहन गुजर सकेंगे और इस प्रकार ग्रामिणों की काफी अरसे से लंबित कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की मांग पूरी हो जाएगी।


कमांडिंग इन चीफ के साथ नेवी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (दक्षिणी क्षेत्र)  श्रीमती सपना चावला और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। वाइस एडमिरल चावला को नवनिर्मित मकानों में ले जाया गया, जहां उन्होंने वहां मौजूद परिवारों से बातचीत की। श्रीमती चावला ने इन परिवारों को मिठाइयां भी दीं।   


पुनर्वास पैकेज की घोषणा नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी, ने अगस्त 2018 में मुट्टीनक्कम में अपने दौरे के समय की थी।इसमें भारतीय नौसेना की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की गई जिसमें दक्षिणी नौसेना कमान के कर्मियों का योगदान शामिल है।