रविवार, 28 अप्रैल 2019

हिसार में क्या अजय सिंह चैटाला का चलेगा जादू...

संवाददाता : हिसार हरियाणा 



           कारगिल युद्ध के बाद अटल बिहारी वाजपेयी लहर के चलते सन 1999 के लोकसभा चुनाव में एनडीए प्रत्याशी के रूप में अजय सिंह चैटाला ने न केवल अपनी पिछली पराजय का बदला चुकाया बल्कि जीत का नया रिकार्ड भी बनाया था। इस चुनाव में अजय चैटाला की विजय तो चुनावी प्रचार के शुरू से ही नजर आने लगी थी तथा नतीजे आने तक मुकाबला केवल जीत के अंतर का रह गया था। उस चुनाव में जितने मत उनके प्रतिद्वंदी रहे कांग्रेस व हविपा के उम्मीदवारों ने हासिल किए थे उससे अधिक अकेले अजय सिंह ने प्राप्त किए थे। 


अजय सिंह चैटाला पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे। उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंदी हविपा के सुरेंद्र सिंह को सीधी चुनौती दी। कांग्रेस ने चुनाव में जिला भिवानी के दिग्गज समझे जाने वाले धर्मबीर सिंह को मैदान में उतारा। हालांकि पूरे प्रदेश में इनेलो-भाजपा के प्रत्याशी विजयी रहे लेकिन प्रेक्षकों की निगाहें विशेष रूप से भिवानी संसदीय क्षेत्र पर लगी हुई थी।


इसका कारण भी साफ था इस सीट पर जहां पूर्व मुख्यमंत्री चै. बंसीलाल के राजनैतिक उत्तराधिकारी व इससे पहले के चुनाव में सांसद चुने गए सुरेंद्र सिंह मैदान में थे वहीं चै. ओमप्रकाश चैटाला की विरासत के अधिकारी माने जाने वाले अजय चैटाला पुनः मैदान में उतरे थे।