सोमवार, 29 अप्रैल 2019

जेट एयरवेज के कर्मचारी कंपनी बंद होने पर करने लगे हैं ऐसी हरकतें…

आशुतोष ममगाई  : देहरादून उत्तराखंड 



              जेट एयरवेज के बंद होने पर कंपनी के टेक्नीशियन शैलेष सिंह ने छत से कूद कर जान दे दी। कंपनी के बंद होने से कंपनी के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। अपनी मांगों के लिये वे लोग अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन कर के सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें बचा लिया जाए । इसी बीच मुंबई से खबर आई कि जेट एयरवेज के 43 वर्षीय कर्मचारी ने हार कर आत्महत्या कर ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक वो कई महीने से सैलरी नहीं आने की वजह से बहुत ज्यादा ड्रिपेशन में थे। इसी वजह से उन्होंने महाराष्ट्र के नालासोपारा में अपने छत से कूद कर जान दे दी 


शैलेष सिंह जेट एयरवेज में टेक्नीशियन थे और साथ ही कैंसर से भी पीड़ित थे। जेट एयरवेज स्टाफ एंड एंप्लॉयज एसोसिएशन के मुताबिक वो आर्थिक दिक्कतों के साथ-साथ अपनी कीमोथेरेपी करवा रहे थे। पुलिस के अनुसार ये भी मुमकिन है कि वो बीमारी की वजह से डिप्रेशन से गुजर रहे थे इसीलिए उन्होंने आत्महत्या कर ली होगी लेकिन एसोसिएशन के मुताबिक पैसों की कमी की वजह से ही उन्होंने आत्महत्या की है। कंपनी बंद होने के बाद ये किसी भी कर्मचारी की आत्महत्या का पहला मामला सामने आया है।


खुदकुशी से पहले शैलेष छत पर बैठे थे, आस पास देख रहे लोगोंने उन्हें नीचे आने के लिये भी कहा, लेकिन कुछ ही देर बाद ही शैलेश सिंह इमारत की छत से कूद गए। उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। शैलेष सिंह के परिवार में पत्नी उनके दो बेटे और दो बेटियां भी हैं। यह जेट एयरवेज के मुंह पर एक बहुत बड़ा तमाचा है।
दूसरी तरफ कर्मचारियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। शनिवार को भी कर्मचारियों और उनके परिवार वालों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारी फिर से जेट एयरवेज की उड़ान को बहाल करने की मांग कर रहे हैं, जिसमें उनके छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे।


जेट एयरवेज के पायलटों का प्रतिनिधित्व करने वाली द नेशनल एविएटर गिल्ड यानी नैग ने शनिवार को पीएम ऑफिस को एक ईमेल भेजा, कि सभी कर्मचारियों को एक महीने की सैलरी दी जाए और साथ ही साथ जेट एयरवेज के विमानों के रजिस्ट्रेशन कैंसल करने की प्रकिया पर रोल लगाने की गुजारिश की गई है।


कहते है ना कि जब मुसीबत आती है तो हर तरफ से आती है, उनके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। जेट एयरवेज अपने कर्मचारियों को मेडिक्लेम मुहैया कराती थी जो कि इसी साल 31 जुलाई को खत्म हो रही है। इसे रिन्यू करने के लिए ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी ने जेट एयरवेज से संपर्क किया, लेकिन रिन्यू करने के लिए किसी तरह की कोई जानकारी कंपनी को नहीं दी गई। कुल मिलाकर अगर जेट एयरवेज मेडिक्लेम रिन्यू नहीं कराती है फिर सैलरी के साथ जेट एयरवेज के कर्मचारियों को मेडिक्लेम की सुविधा स भीे हाथ धोना पड़ सकता है।