शनिवार, 29 जून 2019

बरामद मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 75 लाख रुपए...

हरि सिंह रावत : नई दिल्ली


नारकोटिक्स सेल क्राइम ब्रांच ने मादक पदार्थ आधा किलो हेरोइन के साथ 1 व्यक्ति को गिरफ्तार किया। 


बरामद मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 75 लाख रुपए। 
आरोपी दिन में आफिस बॉय व रात को ड्रग्स बेचने का काम करता था। 
आरोपी अपनी पहचान छुपाने के लिए अपने कस्टमर्स को अलग अलग नाम बताता था। 


दिल्ली पुलिस की नारकोटिक्स सेल, क्राइम ब्रांच एक तरफ जहाँ समाज के अलग अलग वर्गों को 'इंडिया बोले नो टू ड्रग्स' के स्लोगन के साथ ड्रग्स के प्रति जागरूक कर रही है वहीं दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली व आसपास चल रहे नशे के कारोबार के खिलाफ भी बराबर कार्यवाही कर रही है।



इसी कड़ी में डीसीपी क्राइम जॉय टिर्की व एसीपी नारकोटिक्स आर. के.ओझा के निर्देशन में इन्स्पेक्टर राम मनोहर की टीम ने सफदरजंग अस्पताल के पास से हुसैन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया व आधा किलो नशीला पदार्थ हेरोइन पाउडर बरामद किया जिसकी गुप्त सूचना इंस्पेक्टर राम मनोहर की टीम में एएसआई जय सिंह को मिली थी जिसपर टीम के अन्य सदस्यों हेड कांस्टेबल योगेंद्र व मनोज के साथ ट्रैप लगा कर हुसैन नाम के लड़के को आधा किलो हेरोइन पाउडर के साथ पकड़ा व क्राइम ब्रांच में मुकद्दमा दर्ज किया गया। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि हुसैन तैमूर नगर में रहता है और उसी इलाके में रहने वाले एक हेरोइन सप्लायर के संपर्क में आ कर कुछ साल पहले हेरोईन बेचने लगा।


कुछ समय बाद हुसैन ने अपना काम अलग कर लिया और खुद अपने कस्टमर्स ढूँढ लिए। सन 2018 में हुसैन हेरोईन सप्लाई करने के केस में थाना न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में गिरफ्तार हुआ था व अक्टूबर 2018 में बेल पर बाहर आया था। बाहर आने के बाद भी आरोपी खुद को हेरोईन के अवैध व्यापार में जल्दी पैसा कमाने के लोभ से खुद को अलग नही कर सका और खुद को पुलिस की नज़र से बचाने के लिए दिन में सफ़दरजंग एनक्लेव में एक आफिस में आफिस बॉय की नौकरी करने लगा औऱ रात में चोरी छिपे हेरोईन की सप्लाई करने लगा। आरोपी हेरोईन के काम में पूरी सावधानी बरतने लगा और किसी भी अन्जान व्यक्ति को नशीला पदार्थ नही देता था साथ ही वो अपने अलग अलग कस्टमर्स को अपना अलग अलग नाम बताता था। आरोपी का असल नाम हुसैन है परंतु लोगों को कन्हैया, मुन्ना, रबीउल, कटप्पा इत्यादि बताता था ताकि किसी को उसकी सही पहचान ना हो सके। 


पुलिस आरोपियों से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है नशे के कारोबार से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने में लगी हुई है।