संवाददाता : नई दिल्ली
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने आज विश्व समुदाय से अपील की कि वह काले धन पर देशों केबीच सूचना के स्वत: आदान प्रदान को सुगम बनाने तथा आर्थिक भगोड़ों के शीघ्र प्रत्यार्पण को आसानबनाने के लिए, साथ आयें।
नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंटस आफ इंडिया केप्लेटिनम जुबिली समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने देश में कारपोरेट भ्रष्टाचार के संदर्भ में चार्टर्डअकाउंटेंटों की बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश चार्टर्ड अकाउंटेंटों से न केवलभ्रष्टाचार की जांच कर उन्हें रिपोर्ट करने की अपेक्षा रखता है बल्कि भविष्य में भी ऐसे भ्रष्टाचार कीरोकथाम के उपाय सुझाने की उम्मीद करता है।
उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट समुदाय से अपील की कि वे अपने मध्य से भी भ्रष्ट लोगों को चिन्हित करअलग-थलग करें और उनके खिलाफ कार्यवाही भी करें।उपराष्ट्रपति ने आशा जताई कि चार्टर्डअकाउंटेंट इंस्टीट्यूट तथा उसके सदस्य देश की अपेक्षाओं तथा उच्च नैतिक मानदंडों पर खरे उतरेंगे।
सरकार द्वारा किये जा रहे आर्थिक सुधारों की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि इससे देश मेंउद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और व्यवसाय के नये अवसर खुलेंगे।इस संदर्भ में उन्होंने ICAI जैसीसंस्थाओं से अपेक्षा की कि वे आर्थिक उदारीकरण को सफल बनाने के लिए, व्यावसायिक नैतिकता केमानदंडों का स्वयं भी पालन करें तथा उद्यमियों द्वारा भी व्यावसायिक नैतिकता के उल्लंघन कोरोंके।
उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंसी अब मात्र आंकड़ों और खातों की समीक्षा तक ही सीमित नहीं है, अर्थव्यवस्था में परिवर्तन के साथ इस व्यवसाय की भूमिका और महत्वपूर्ण हुई है।उन्होंने कहा चार्टर्डअकाउंटेंट 'जनता के विश्वास' और 'अर्थव्यवस्था की चेतना' के संरक्षक हैं।
सफलतापूर्वक जीएसटी लागू होने की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने चार्टर्ड अकाउंटेंटस को जीएसटी परउनके सुझावों और उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर ICAI के अध्यक्ष प्रफुल्ल छाछड़, उपाध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता तथा सचिव राकेश सहगल के साथ अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।