संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
बाल हठ बड़े-बड़ों को अपना निर्णय बदलने के लिए विवश कर देता है। यह नज़ारा शौर्य स्मारक में आयोजित विशाल सामूहिक बैंड वादन कार्यक्रम के आयोजन में देखने को मिला। जब 800 से अधिक स्कूली बच्चों के आग्रह पर राज्यपाल श्री लालजी टंडन को कार्यक्रम स्थगन का निर्णय बदलना पड़ा।
आज शौर्य स्मारक पर यह ऐतिहासिक कार्यक्रम खुले में आयोजित किया गया था। वर्षा की सम्भावनाओं को देखते हुये और राज्यपाल की गरिमा के दृष्टिगत अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय किया गया।
यह निर्णय जब बच्चों को पता चला तो वह प्रस्तुति के लिए आग्रह करने लगे। बच्चों के उत्साह और जोश से प्रभावित अधिकारियों ने जब बच्चों की भावना से राज्यपाल लालजी टंडन को अवगत कराया, तो राज्यपाल ने सहर्ष कार्यक्रम को जारी रखने और सभी बैंड प्रस्तुति के निर्देश दिये। इस तरह बच्चों के उत्साह और जोश ने पूरी प्रशासनिक व्यवस्था को अपना निर्णय बदलने के लिए विवश कर दिया और कार्यक्रम जारी रहा।
राज्यपाल ने कहा कि बारिश में भीगने पर भी बच्चों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत करने का संकल्प इन बच्चों को जीवनभर चुनौतियों का सामना करने को प्रेरित करता रहेगा। श्री टंडन ने कहा कि उन्हें भी जिद थी, जहाँ बिजलियाँ गिराने की हमें भी जिद हैं, वहीं बस्तियाँ बसाने की। इस भावना को बच्चों ने आज साकार किया। टंडन ने बच्चों की इन प्रस्तुतियों से अभिभूत होकर सेन्ट जोसेफ कान्वेन्ट स्कूल को फर्स्ट पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपये एवं सेन्ट जेवियर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को सेकण्ड पुरस्कार के रूप में 50 हजार रूपये की राशि सम्मान स्वरूप देने की घोषणा की। उन्होंने सभी प्रतिभागियों स्कूली बच्चों की प्रस्तुतियों की व्यापक सराहना करते हुए उन्हें राजभवन में आमंत्रित कर सम्मानित करने के निर्देश दिये।
बच्चों का परिश्रम सार्थक हुआ
वाद्य यंत्रों ड्रम, पाइप और अन्य की ध्वनि तरंगों के साथ कदम ताल करते हुए मेघराज कभी जमकर बरसते, तो कभी धीरे बरसकर बच्चों का हौंसला बढ़ाते रहे। इस कार्यक्रम में बच्चों ने 'ताकत वतन की हमसे है' 'कदम-कदम बढ़ाये जा', और 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा' की समवेत स्वरों में बैंड के साथ अपनी प्रस्तुति दी।
भोपाल में प्रथम आयोजन
भोपाल में लगभग 15 स्कूल और म.प्र. पुलिस बैंड, सशस्त्र सीमाबल बैंड का यह संयुक्त प्रयास भोपाल में संभवत: पहली बार हुआ। बैंड प्रतिभागियों ने अनेकता में एकता, शौर्य और साहस का अनुपम उदाहरण अपनी समवेत प्रस्तुतियों में प्रस्तुत किया।
बल और स्कूली बच्चों के 13 बैंडों ने किया वादन
इस कार्यक्रम में आर्मी बैंड महार रेजीमेंट सेंटर सागर, सशस्त्र सीमा बल बैंड, भोपाल और सातवीं बटालियन पुलिस बैंड के साथ-साथ सेंट जोसेफ कॉनवेंट सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल, कमला देवी पब्लिक स्कूल, शारदा विद्या मंदिर, सेंट जेवियर सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल, मॉडल स्कूल टी.टी. नगर, कैम्पियन स्कूल, प्रकाश उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय, होली फेमिली स्कूल, सेंट थेरेसा सीनियर सेकेंड्री स्कूल और होली क्रास सीनियर सेकेंड्री स्कूल के बच्चों ने बैंड वादन किया।
शौर्य स्मारक में आयोजित बैंड प्रस्तुतियों का संचालन अलबर्ट पॉल ने किया। कार्यक्रम का संचालन रंजना चितले ने किया, आभार सहायक सत्कार अधिकारी राजभवन शिल्पी दिवाकर ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव, एस.आर. मोहंती, प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरूण शमी, राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, विशेष सशस्त्र बल विजय यादव, निदेशक सीमा सशस्त्र बल राजेन्द्र भूमला और कमांडेंट महार रेजीमेंट आशित वाजपेयी उपस्थित थे।