शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, हम भारत को एकल उपयोग वाले प्लास्टिक से मुक्त बनाने के लिए मिशन के रूप में काम करेंगे’...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


         केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने स्‍वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में लोगों से भारत को एकल उपयोग वाले प्‍लास्टिक से मुक्‍त बनाने की अपील फिर से की है, जिसे ध्‍यान में रखते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय इस दिशा में की जा रही सभी पहलों तथा  अभियानों की समीक्षा करेगा। जावड़ेकर ने यह भी कहा कि मंत्रालय इस लक्ष्‍य की प्राप्ति के लिए एक ठोस योजना बनाएगा। प्रकाश जावड़ेकर फिलहाल ब्राजील के साओ पाउलो में हैं जहां वह ब्रिक्‍स और बेसिक देशों की मंत्रिस्‍तरीय बैठकों में भाग लेंगे।



जावड़ेकर ने ब्राजील के साओ पाउलो से जारी अपने एक वक्‍तव्‍य में कहा है, 'भारत के 73वें स्‍वतंत्रता दिवस पर भारत को एकल उपयोग वाले प्‍लास्टिक से मुक्‍त बनाने संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के आह्वान को ध्‍यान में रखते हुए सभी हितधारकों की सहभागिता के साथ एक व्‍यापक सार्वजनिक अभियान शुरू किया जाएगा। इस संबंध में राज्‍य सरकारों सहित सभी हितधारकों के साथ बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित की जाएगी, ताकि इस लक्ष्‍य की प्राप्ति के उद्देश्‍य से इसे एक जन अभियान में तब्‍दील करने के लिए एक ठोस योजना बनाई जाएगी।'


इससे पूर्व एक ट्वीट संदेश में जावड़ेकर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भारत को प्लास्टिक के एकबारगी इस्तेमाल से मुक्त करने का आह्वान किया। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम सभी आगे आएं।”


अपने ट्वीट संदेशों में, जावड़ेकर ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास, सबका विश्वास, सुरक्षा, जनसंख्या वृद्धि और प्रत्येक परिवार के लिए शुद्ध पेयजल के प्रावधान सहित सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।


जावड़ेकर ने कहा, “प्रधानमंत्री ने जोरदार संदेश दिया है- पिछले पांच वर्षों में सरकार ने लोगों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश की, किन्तु अब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करेगी। जावड़ेकर ने जोर देकर कहा, “प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पांच वर्ष के लिए एक रोडमैप दिया। मुझे पूरा विश्वास है कि उनके सशक्त नेतृत्व में भारत जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”