संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मध्यप्रदेश में दुग्ध पदार्थों में मिलावट के ख़िलाफ़ मुहिम पूरी सख़्ती से इसे अंजाम तक पहुँचाया जायेगा। मिलावट मुक्त मध्यप्रदेश के लिए सरकार कठोरतम कार्यवाही करेगी। मंत्री सिलावट एक उच्च स्तरीय बैठक में इन्दौर संभाग में मिलावट के विरुद्ध अभियान की रणनीति पर अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। बैठक में संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी, एडीजी वरुण कपूर, मध्यप्रदेश के नियंत्रक खादय एवं औषधि प्रशासन रविंद्र सिंह उपस्थित थे।
मंत्री सिलावट ने मध्यप्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को दुग्ध पदार्थों में मिलावट के ख़िलाफ़ कठोर कार्यवाही के दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूध में इतनी हानिकारक पदार्थों की मिलावट की जा रही है जो कल्पना से परे हैं। दीवारों में लगायी जाने वाली पुट्टी, सड़ी मूंगफली, यूरिया और अन्य रासायनिक पदार्थ भी मिलाए जा रहे हैं। ऐसा सफेद जहर बनाने वालों पर गत 15 साल में कार्यवाही नहीं की गयी, यह मानवता के ख़िलाफ़ भयंकर अपराध है, ऐसे तत्वों को बख़्शा नहीं जाएगा।
मंत्री लावट ने सफ़ेद ज़हर के खिलाफ़ संभाग में अच्छी मुहिम प्रारंभ करने के लिए कमिश्नर आकाश त्रिपाठी की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह अभियान अंजाम तक पहुँचना चाहिए। मिलावटखोरों में इतनी दहशत हो कि वह फिर कभी ऐसा अपराध नहीं करें। संभाग में तेज़ी से सेंपल लिये जाए और इनका परीक्षण भी तेज़ी से करवाया जाए। ऐसे अपराधियों के ख़िलाफ़ रासुका और संपत्ति की कुर्की की कार्यवाही की जाएगी।
इंदौर में बनेगी प्रयोगशाला
मंत्री सिलावट ने बताया कि खाद्य सामग्री में मिलावट के लिए गए सैंपल के त्वरित परीक्षण के लिए इंदौर में प्रयोगशाला बनायी जाएगी। इसके लिए उन्होंने 7 करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत कर दी है। इसके अलावा ग्वालियर और जबलपुर में भी प्रयोगशालाएं बनायी जाएंगी, इनके लिए चार-चार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी गई है।
मंत्री सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री मलनाथ का स्पष्ट संदेश है कि दूध और उससे बने उत्पादों में जो ज़हर मिला रहे हैं, उन्हें सलाखों के पीछे किया जाए। सरकार इस प्रक्रिया में सभी संभव विकल्पों पर विचार कर रही है। जिस तरह पास्को एक्ट के तहत विशेष अदालत बनायी गई है, उसी तरह ऐसी विशेष अदालतों के गठन पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही लिए गए सैंपल का परीक्षण तेज़ी से हो और उनकी रिपोर्ट जल्द आए, इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
परिवहन पर कसें नकेल
स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने त्योहारी सीज़न में ख़ास सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन्दौर संभाग में उज्जैन और ग्वालियर चंबल इलाक़े से भी मावा आता है। मिलावटी मावे की धर-पकड़ के लिए इनकी परिवहन व्यवस्था पर भी सख़्त निगरानी रखी जाए। जो मिलावटखोर हैं उनकी हिस्ट्री खंगाली जाए और इनकी सूची बनायी जाए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रयोगशाओ की क्षमता बढ़ायी जाएगी और यहाँ पर त्वरित रूप से परीक्षण रिपोर्ट संबंधित एजेंसियों को सौंपी जाएगी।