संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश
खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल ने प्रदेश के मुख्य खनिजों की ब्लॉक नीलामी के आबंटन के लिये आयोजित प्री-बिड मीटिंग (कार्यशाला) में देश के विभिन्न राज्यों से आये 70 से अधिक निवेशक, उनके प्रतिनिधि तथा खनिज व्यवसायियों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश में खनिज संबंधी उद्योग लगाने के लिये आगे आएँ। उन्होंने कहा कि शासन को उन्हें हरसंभव सुविधाएँ मुहैया कराएगा। जायसवाल ने कहा कि व्यवसायी मध्यप्रदेश में खनिज के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा निवेश करें।
मंत्री जायसवाल ने कहा कि कार्यशाला में खनिज व्यवसायियों ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर विचार कर अमल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि निविदा की समय अवधि बढाये जाने पर भी विचार किया जायेगा। जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग लगाने की मंशा है। खनिज संसाधन मंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार की कठिनाई आने पर खनिज व्यवसायी सीधे उनसे सम्पर्क कर सकते हैं। मंत्री जायसवाल ने कहा कि अन्य खनिजों के क्षेत्र में भी निवेश करें। उन्होंने मध्यप्रदेश में आने के लिए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उल्लेखनीय है कि खनिज विभाग द्वारा प्रदेश में आगामी 26 अगस्त से 13 खनिज ब्लॉकों की निविदा की कार्यवाही प्रचलन में है। इसमें प्रदेश के महत्वपूर्ण खनिज जैसे हीरा, सोना, बॉक्साइट, चूना-पत्थर आदि शामिल हैं। इन ब्लॉकों की नीलामी से राज्य सरकार को लगभग 60 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है। यह खनिज विभाग की महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
कार्यशाला में मुख्य रूप से अडानी समूह, अल्ट्राटेक समूह, एमएमडीसी, डालमिया, वेदांता, रूंगटा माइन्स, फ्यूरा जेम्स, दैनिक भास्कर समूह, बंसल समूह और आदित्य बिड़ला समूह के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विभाग की ओर से शंका-समाधान के लिये प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, सचिव नरेन्द्र सिंह परमार, मध्यप्रदेश खनिज निगम के कार्यपालक निदेशक दिलीप सिंह और खनिज संचालक विनीत कुमार आस्टिन भी उपस्थित थे।