संवाददाता: देहरादून उत्तराखंड
राजधानी देहरादून मे ंरविवार को उत्तराखण्ड नवनिर्माण सेना ने प्रदेश में व्याप्त अल्परोगार के परिपेक्ष जनसंवाद करते हुए हस्ताक्षर अभियान सहित गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया।
उन्हांने कहा कि देश या प्रदेश के विकास में नौजवानों की भागीदारी सदैव शतप्रतिशत रही है किन्तु प्रदेश में आधी से ज्यादा संख्या युवा होने के बावजूद भ्ी प्रदेश सरकारों द्वारा पिछले 18 वर्षो में ना ही रोजगार व शिक्षा का ही कोई ढांचा तैयार किया गया है आज प्रदेश में युवा कहीं रोजगार तो कहीं शिक्षण संसाधनों के लिए सडकों पर आंदोलनरत है सामाजिक व्यवस्था में उन्माद तथा अवसाद का सबसे बडा कारण अल्परोजगार की समस्या है और इस ज्वलंत समस्या पर सरकार द्वारा उठाये गये कदम अब अपर्याप्त हैं।
उन्होने कहा कि आज प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारी दर लगभग 17 प्रतिशत के आसपास तथा अस्थाई राजधानी देहरादून में यह 30 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुकी है जो कि चिंता का विषय है। मनरेगा के माध्यम से 180 दिन का कार्य सुनिश्चित हो और न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चत की जाये। सभी प्रकार की नौकरियों के भर्ती के आवेदन शुल्क न्यूनतम किये जायें। संविदा व्यवस्था समाप्त की जाये तथा संविदा पर कार्य करने वालों समस्त कर्मचारियों की नियमित या स्थाई किया जाये।