गुरुवार, 15 अगस्त 2019

सशस्त्र सेना बलों में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास होंगे : मुख्यमंत्री कमल नाथ

संवाददाता: भोपाल मध्यप्रदेश


      मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि देश के सशस्त्र सेना बलों में मध्यप्रदेश के युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये कदम उठाये जाएंगे। आज यहाँ स्थानीय मिंटो हाल में गृह विभाग और सैनिक कल्याण संचालनालय की ओर से आयोजित शहीद सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के लिये पूर्व सैनिकों की सहायता ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने देश की रक्षा में कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हुए जवानों के परिजनों का सम्मान किया। 



मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभक्ति का जज्बा सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों ने जिस अनुशासन और उत्कृष्टता के साथ देश सेवा में समय बिताया है, उस जज्बे और अनुभव का उपयोग सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों में होना चाहिए।


मुख्यमंत्री ने  कहा कि आज पूरे विश्व में भारत की पहचान विविधता के कारण है। उन्होंने कहा कि विश्व में शायद ही ऐसा कोई देश हो, जहाँ के सैन्य बलों में इतनी विविधता है। विभिन्न जाति, धर्म और सम्प्रदाय के लोग हैं लेकिन सबका लक्ष्य सिर्फ राष्ट्रभक्ति और देश सेवा है। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश प्रेम के मूल्यों से जोड़ना होगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के परिजनों का सम्मान करना सरकार का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों से हमेशा संपर्क में रहना होगा ताकि शासन को उनकी परेशानियों का पता चलता रहे और समय पर उसका समाधान भी होता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सेवा से जुड़े कामों में पूर्व सैनिकों की क्षमता और प्रतिभा का सदुपयोग करने की जरूरत है।


मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शहीद जी.डी. अश्विनी कुमार काछी,हरीश चन्द्र पाल, कांस्टेबल संदीप यादव, देवेन्द्र चंद नागले, हेड कांस्टेबल उमेश बापू जाटव, एएसआई अमृत लाल भिलाला और कांस्टेबल बाल मुकुंद प्रजापति के परिजनों को सम्मानित किया और उनकी खैरियत पूछी। मुख्यमंत्री ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों के साथ है।  


इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील, विधि-विधायी कार्य मंत्री पी.सी. शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह, मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती, पुलिस महानिदेशक व्ही.के. सिंह और शहीदों के परिजन तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।