रविवार, 27 अक्तूबर 2019

भविष्य में भारत में इस्पात की मांग बढ़ने की उम्मीद : धर्मेंद्र प्रधान

संवाददाता: नई दिल्ली 


          केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि देश में इस्पात की मांग में काफी वृद्धि हुई है और भविष्य में इसके और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि भारत 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है। श्री प्रधान ने आज टोक्यो में इस्पात एक्सेस कैपेसिटी पर वैश्विक फोरम की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में इस्पात की मांग इसके क्षमता विस्तार की प्रेरक शक्ति होगी।


उन्होंने कहा “मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि भारत में तेजी गति से आर्थिक विकास और ढांचागत विकास के साथ इस्पात की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और भविष्य में इसके और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि 2024 तक भारत 5 ट्रिलियन खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है। इसके अतिरिक्त भारत अगले पांच वर्षों में अपने बुनियादी ढांचे के विकास पर लगभग 1.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध है। 



प्रधान ने कहा कि बर्लिंन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन ने यह अनुशंसा की कि बाजार विकृतिकारी सब्सिडियों और समर्थन कदमों जो प्रतिस्पर्धा को विकृत करते हैं, की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें दूर किया जाना चाहिए। इसने यह भी सलाह दी कि सरकारों को बाजार में ऐसी विकृतियों के निर्माण के लिए हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने उल्लेख किया कि पारदर्शिता, बढ़ी हुई संचार व्यवस्था और सहयोग सही दिशा में उठाए गए कदम हैं। वैश्विक फोरम सुसंगत इस्पात संबंधित मुद्दों पर विचार कर सकता है क्योंकि अर्थव्यवस्थाएं आंतरिक रूप से इस क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं। श्री प्रधान ने कहा “इस्पात क्षेत्र की चिन्ताओं को दूर करने की हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”


बैठक के दौरान, मंत्री ने यूरोपीय कमीशन के व्यापार की उप महानिदेशक सांद्रा गैलिना के नेतृत्व में यूरोपीयन यूनियन के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।