संवाददाता : जयपुर राजस्थान
खेल एवं युवा मामलात राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि खेलों का व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के साथ समाज व देश के विकास में भी अहत योगदान है। वह समाज व देश प्रगतिवादी माना जाता है जिसमें खेल प्रतिभाओं को आगे बढने के अवसर प्रदान किये जाते है।
खेल राज्य मंत्री सोमवार को कोटा विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद खेल संकुल में आयोजित अखिल भारतीय पश्चिम क्षेत्र अन्तर विश्व विद्यालय महिला बैडमिन्टन प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल आज विश्व भर में युवाओं को प्रतिभा दिखानेे एवं देश के विकास में योगदान देने के रूप में भी जाने जाते हैं। खेलों से व्यक्तिगत स्वास्थ्य के साथ-साथ समाज में स्वस्थ परम्परा के विकास में भी बड़ा योगदान है। आज देशभर में युवा विभिन्न खेलों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखा रहे है इससे दुनियाभर में हमारे युवाओं की प्रतिभा सामने आ रही हैं।
खेल मंत्री कहा कि कोई भी प्रतियोगिता हो खिलाड़ी हारे या जीते लेकिन खेल की भावना से खेलते हुए निरंतर प्रयास कर राष्ट्रीय-अतंराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने के लिए स्वप्रेरणा से आगे बढ़े तो उसके सपन निश्चित रूप से साकार होते है। उन्होंने आव्हान किया कि प्रतिदिन युवा वर्ग शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेलने के साथ किसी एक खेल में विशेषज्ञता भी हासिल करें जिससे देश-दुनिया में स्वयं का एवं प्रदेश का नाम रोशन कर सकें। इससे पूर्व उन्होंने मां सरस्वती के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन कर एवं खेल ध्वज का ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता का विधिवत उद्घाटन किया। खेल राज्य मंत्री एवं वर्धमान खुला विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा खेलकर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारम्भ किया गया।
कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीलिमा सिंह ने प्रतियोगिता आयोजन को युवाओं एवं खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे पढ़ाई में भी एकाग्रता आती हैं तथा व्यक्तित्व विकास में भी खेलों का विशेष महत्व हैं। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरएल गोदारा ने कहा कि खेल सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी हैं। अध्यक्ष खेल मण्डल एवं आयोजन समिति प्रो. एन.के. जैमन ने बताया कि कोटा विश्वविद्यालय में इस प्रकार का यह प्रथम आयोजन है। इस प्रकार के आयोजन से कोटा विश्वविद्यालय की ख्याति राष्ट्रीय स्तर पर हुयी है।