शनिवार, 30 नवंबर 2019

प्रदेश विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 448 डिग्रियां व पदक दिए गए...

संवाददाता : शिमला हिमाचल


      हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का 25वां दीक्षांत समारोह यहां मनाया गया, जिसमें केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस दौरान मेधावी विद्यार्थियों को 448 डिग्रियां और गोल्ड मैडल प्रदान किए गए, जिनमें 276 छात्राएं और 172 छात्र शामिल हैं। विवेक कुमार को डी.लिट की डिग्री जबकि अफगान के मोहम्मद शरीफ शाहीन को लोक प्रशासन में गोल्ड मैडल प्रदान किया गया। इन सभी विद्यार्थियों को केन्द्रीय मंत्री ने स्वर्ण पदक और डिग्रियां प्रदान की।

 


 

रमेश पोखरियाल निशंक ने इस अवसर पर कहा कि ज्ञान और बुद्धिमता के कारण सदियों से भारत को विश्व गुरू के रूप में जाना जाता रहा है। भारत वैश्विक भाईचारे और शान्तिपूर्वक मिल जुल कर रहने में विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और स्टार्टअप जैसी योजनाओं के कारण युवाओं के लिए देश में रोजगार और स्वरोजगार के अपार अवसर हैं।

 

उन्होंने पदक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके सफल जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि नए भारत के निर्माण में देश के युवाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगामी कुछ वर्षों में देश को पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए विद्यार्थियों से समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार नई शिक्षा नीति ला रही है, जिससे देश में शिक्षा प्रणाली सुदृढ़ होगी और इसे रोजगारन्मुखी बनाया जाएगा।

 

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्राप्ति ही नहीं बल्कि चरित्र निर्माण भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ कौशल विकास पर भी ध्यान देना चाहिए, जिससे उन्हें रोजगार प्राप्ति में सहायता मिलेगी।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के लिए एक अविस्मरणीय पल होता है क्योंकि इस दिन उन्हें अपने कठिन परिश्रम के लिए पुरस्कार प्राप्त होता है। अपनी सफलता के लिए विद्यार्थियों को सदैव अपने शिक्षकों, अभिभावकों और परिवार के सदस्यों के सहयोग को याद रखना चाहिए। उन्होंने लड़कों की अपेक्षा अधिक पदक प्राप्त करने के लिए छात्राओं को बधाई दी।

 

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश विश्वविद्यालय को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसका वजट 130 करोड़ रुपये तक बढ़ाया गया है। भारत सरकार द्वारा तैयार की जा रही नई शिक्षा नीति से देश को विश्व गुरू की प्रतिष्ठा पुनः लौटेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और खेल गतिविधियों में निरंतर प्रगति करता रहेगा।

 

प्रदेश भाजपा के संगठन सचिव पवन राणा, महापौर कुसुम सदरेट, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, बाल कल्याण परिषद महासचिव पायल वैद्य भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।