रविवार, 17 नवंबर 2019

वह दिन अब दूर नही जब युवतियाँ अपने लिए योग्य युवकों का चयन खुद करेंगी...

संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश


      अब तक प्रदेश में बालिकाओं एवं युवतियों को भविष्य निर्माण के लिए बालकों की अपेक्षा अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। राज्य शासन महिलाओं के सशक्तिकरण एवं ऐसे सामाजिक वातावरण के निर्माण का कार्य कर रही है, ताकि अधिक सहजता से महिलाएँ कुशल हो सकें, योग्य हो सकें एवं सभी का अच्छा भविष्य सुनिश्चित हो। वह दिन अब दूर नही, जब आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त महिलाएँ अपने लिए योग्य वरों का चयन खुद करेंगी। उच्च शिक्षा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने यह बातें शासकीय इंदिरा गांधी कन्या महाविद्यालय शहडोल में युवा छात्र संवाद में कही।



उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी ने कहा कि शासन द्वारा युवाओं के कौशल में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार वृद्धि कर रोज़गार उपयोगी बनाए जाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों को शासकीय सेवाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए शासन द्वारा योजनाएँ बनायी जा रही हैं।


छात्राओं ने रखी अपनी बात


पटवारी ने छात्राओं से उनकी अपेक्षाओं एवं समस्याओं पर संवाद किया। छात्रा अंजलि द्विवेदी द्वारा रोज़गार के लिए विशेष प्रयास करने, प्रिया पटेल ने रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने, रिशू द्वारा कक्षाओं के नियमित संचालन समेत छात्राओं ने शिक्षकों की कमी और बैडमिंटन कोर्ट को शीघ्र पूरा करवाने के संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री को अवगत कराया। अधूरे बैडमिंटन कोर्ट की पूर्ति की माँग पर पटवारी ने बजट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जीतू पटवारी ने कहा इस माह के अंत तक महाविद्यालयों में शिक्षकों की 50 प्रतिशत की कुल कमी में से 30 प्रतिशत कमी को पूर्ण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहडोल ज़िले के महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी की प्राथमिकता से पूर्ति की जाएगी।


जन सेवा में शत प्रतिशत देना ही सच्चा पुरस्कार


छात्रा विद्या शुक्ला द्वारा फ़ेम ऑफ़ इंडिया पुरस्कार पर बधाई दिए जाने पर पटवारी ने कहा महत्वपूर्ण यह है कि जन सेवा में शत प्रतिशत दिया जाये। यह अवॉर्ड मध्यप्रदेश की जनता के विश्वास को है, उनके चयन को है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा सर्वांगीण विकास के लिए खेल अहम है। उन्होंने आह्वान किया कि हर छात्रा कम से कम एक खेल में जरूर शामिल हो।


प्राचार्यों से चर्चा


उच्च शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालयों के प्राचार्यों से प्रशासनिक समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान प्राचार्य कन्या महाविद्यालय द्वारा वाणिज्य संकाय, होम साइंस संकाय के लिए पीजी कोर्स एवं एमए अंग्रेज़ी संकाय को नियमित किए जाने की माँग की गयी, जिस पर पटवारी ने शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया। पटवारी ने कहा शिक्षण संस्थान एक पवित्र मंदिर है यहाँ नकारात्मकता की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के हित संबंधी समस्त विषयों में शीघ्र ही राज्य शासन द्वारा सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा।


जनजातीय कल्याण मंत्री एवं शहडोल ज़िले के प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा राज्य शासन ग़रीबों को आगे बढ़ाने और आदिवासियों के हितों के संरक्षण एवं विकास के लिए सतत प्रयासरत है।