संवाददाता : नई दिल्ली
भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के मार्गदर्शन में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ने 29 वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कारों का आयोजन किया। विद्युत और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री तथा कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री श्री आर.के. सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। इस वर्ष, ऊर्जा संरक्षण समापन कार्यक्रम 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में एक सप्ताह की गतिविधियों के माध्यम से मनाया गया। समापन समारोह में विभिन्न उद्योगों और प्रतिष्ठानों के विजेताओं और छात्रों के राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए।
आर.के. सिंह ने देश के सतत विकास में ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए CO2 के उत्सर्जन को कम करने के उपाय की आवश्यकता पर जोर दिया। विद्युत मंत्री ने बीईई कार्यक्रम के परिणामों और प्रयासों की सराहना की एवं विभिन्न योजनाओं को लागू करने में ईमानदारी से किए प्रयास करने के लिए उद्योग जगत की सराहना की।
इस अवसर पर, सोलर वॉटर हीटर के लिए स्टार लेबलिंग कार्यक्रम शुरू किया गया और ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के प्रावधान के कार्यान्वयन के लिए एक पुस्तिका जारी की गई।इस अवसर पर, ऊर्जा मंत्रालय में सचिव ने कहा, “ऊर्जा संरक्षण की दिशा में प्रयासों को पहचानने और कार्य करने के लिए हम हर वर्ष एनईसी दिवस मनाते हैं। हम प्रत्येक पुरस्कार विजेता को उनके प्रदर्शन के लिए बधाई देते हैं। हमने कुशल उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सौर वॉटर हीटर के लिए स्टार लेबलिंग कार्यक्रम शुरू किया है।”
यह कार्यक्रम अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों के बीच ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसके बाद औद्योगिक इकाइयों और अन्य प्रतिष्ठानों के लिए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया ताकि ऊर्जा के कुशल उपयोग और संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सके।