संवाददाता : जयपुर राजस्थान
जिला कलक्टर जोगाराम ने बुधवार को जिला कलक्टे्रट कार्यालय का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने इस निरीक्षण में कार्यालय भवनों की साफ-सफाई, रिकॉर्ड कीपिंग, पेंडिंग मामलों के निस्तारण की प्रक्रिया, अनुपयोगी सामान के निस्तारण, काम एवं कार्मिकों का संतुलित बंटवारा जैसे कई विषयों पर निर्देश प्रदान किए। जिला कलक्टर द्वारा दिए गए मुख्य निर्देश निम्नानुसार हैंं।
अग्निशमन, आपदा नियंत्रण
जिला कलक्टर जोगाराम ने जिला कलटे्रट कार्यालय में अग्निशमन व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए उन्होंने भवन में लगाए गए अग्निशामक उपकरणों की जांच करने एवं कर्मचारियों को इसके संचालन का प्रशिक्षण दिए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही नागरिक सुरक्षा उप नियंत्रक को भवन के फायर फाइटिंग प्लान की जानकारी देने को कहा। श्री जोगाराम ने निर्देश दिए कि जिले में आपदा प्रबन्धन के लिए तैयार किया प्लान बताते हुए व्यवस्था की जानकारी प्रस्तुत करें। उन्होंन आपदा प्रबन्धन उपकरणों की कार्य स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
गरिमा हैल्पलाइन
जोगाराम ने जिला कलक्टे्रट में संचालित गरिमा हैल्पलाइन में स्टाफ को नाकाफी बताते हुए और स्टाफ लगाए जाने एवं हैल्पलाइन सेंटर का संचालन 24 घंटे किए जाने के निर्देश दिए। वर्तमान व्यवस्था के अन्तर्गत कार्मिक को रात्रि में मोबाइल एप के जरिए गरिमा हैल्पलाइन पर मदद के लिए जानकारी मिलती है। उन्होंने गरिमा हैल्पलाइन को और मजबूत बनाने की जरूरत बताते हुए इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
सफाई व्यवस्था
जिला कलक्टर ने भवन के विभिन्न कार्यालय कक्षों में बेतरतीब फाइलों को अगले दो-चार दिन में व्यवस्थित करने, गलियारों, चौक, छत और कमरों में पडे़ अनुपयोगी टूटे-फूटे फर्नीचर और दूसरे सामान को एकजाई कर नीलामी के जरिए नियमानुसार निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि पूरे भवन को 10 ब्लॉक्स में बांटकर हर ब्लॉक के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी को इसकी सफाई का जिम्मेदारी साैंपी जाए। सभी टॉयलेट, पेयजल टंकिंयों की सफाई सुनिश्चत की जाए। सात दिन में अभियान चलाकर भवन में सफाई की स्थिति सुधारी जाए और हर दूसरे दिन इसकी जांच की जाए। जोगाराम ने कहा कि अपने काम के लिए यहां आने वाले लोगों को पेयजल-स्वच्छ शौचालय, बैठक व्यवस्था जैसी आधारभूत सुविधाओं के लिए भटकना नहीं पडे़। सफाई कार्य का सुनिश्चत बटवारा कर जिम्मेदारी तय कर दी जाए।
लिस्टिंग बनाकर, पेंडेंसी खत्म करें
जिला कलक्टर ने विभिन्न सेक्शन्स में जाकर सम्बन्धित कार्याे की पेंडेंसी का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री रिलीफ फण्ड के मामलों में देरी नहीं होनी चाहिए। ऎसे मामलों की चेकलिस्ट बनाकर पेंडेंसी शीघ्र खत्म करें। अकाउण्ट शाखा में अन्य बिलों के साथ ही चुनाव बिलो की पेंडेसी खत्म करने को कहा। सतर्कता शाखा में सीएमओ से आने वाले मामलों की लिस्टिंग कर रजिस्टर मेंटेन करने की हिदायत दी। उन्होेंने सीएमओ के मामलों में जवाब पूरा एवं सावधानी से दिए जाने के निर्देश दिए एवं रिकॉर्ड को दो दिन में ठीक से जमाने एवं रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। रेवेन्यू एवं कन्वर्जन के मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए सम्बन्धितों को निर्देशित किया।
रजिस्टर चैक किए, रिकॉर्ड की जानकारी ली
जोगाराम ने जिला कलक्टे्रट में आने-जाने वाली डाक व्यवस्था की जानकारी ली एवं रिसीट, डिस्पेच रिजस्टर्स की जांच की। साथ ही स्वागत कक्ष, गरिमा हैल्पलाइन, कम्प्लेन रजिस्टर, एकल खिड़की के रजिस्टर्स समेत कई जगह रिकॉर्ड्स चैक किए। उन्होंने जनरल डाक सेक्शन में रिसीट रजिस्टर में क्रमांक लगातार अनवरत रखने और डाक प्राप्ति बुक में अधिकारी-कर्मचारी का पूरा नाम एवं पदनाम लिखने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने निस्तारित मामलों के रिकॉर्ड रूम में भी चाटिर्ंग करने के निर्देश दिए ताकि समय पर उन्हें आसानी से ढूंढा जा सके।
कन्ट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की जानकारी ली
जिला कलक्टर जोगाराम ने भवन में 24 घंटे संचालित कन्ट्रोल रूम की व्यवस्थाओं, कार्यप्रणाली की जानकारी ली। उन्होंने यहां आने वाली शिकायतों एवं उनके निस्तारण की प्रक्रिया की जानकारी ली एवं कन्ट्रोल रूम से जुडे़ 24 कैमरों को उनके कक्ष से लिंक करने के भी निर्देश दिए।
अनुपस्थितों के खिलाफ कार्यवाही
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों कोे कारण बताओ नेाटिस देने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी कार्यालय समय में ऑफिस आएं। उन्होंने सभी एसीएम को भी कार्यालय समय में कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए।