मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

किसान चिंता न करें, सरकार पूरा धान खरीदेगी, अफवाहों से रहे दूर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

संवाददाता : रांची झारखंड


      मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश के किसानों को किसी भी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार पूरा धान खरीदेगी। किसानों को समय पर भुगतान हो रहा है। धान खरीदी के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों से वे दूर रहें। मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर धान खरीदी की व्यवस्था को चाक-चौबंद करने राज्य के मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल अधिकारियों के साथ आज सुबह पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे ईलाकों के साथ ही राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा जिले के कई धान खरीदी पहुंचे।



मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को यह ताकीद दी है कि किसानों को धान बेचने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। धान खरीदी केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्था दुरूस्त रखी जाए और किसानों को भुगतान समय पर होना चाहिए। आज तक किसानों को एक हजार पांच करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।


मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर मुख्य सचिव आज हेलीकाप्टर से अधिकारियों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे से निरीक्षण प्रारंभ करते हुए राजनांदगांव जिले के चिरचारी, कवर्धा जिले के रेंगाखार, मुंगेली जिले के पंडरभट्टा, बिलासपुर जिले के कोटा-पिपरसरई-भरारी-नेवरा, जांजगीर-चांपा जिले के चारपारा स्थित धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीधे किसानों से बात-चीत कर धान खरीदी व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। किसानों ने बताया कि धान खरीदी केन्द्रों में किसानों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
   
मुख्य सचिव मंडल ने धान खरीदी केन्द्रों में अपने सामने ही किसानों का धान तौल करवाकर कांटा-बाट की जांच की और धान की गुणवत्ता को भी परखा और माइश्चर मीटर से धान की नमी भी माप कर देखी। उन्होंने छोटे और मध्यम श्रेणी के किसानों का धान पहले खरीदने के निर्देश उपार्जन केन्द्र प्रभारियों को दिए। निरीक्षण के दौरान श्री मण्डल ने राजस्व विभाग के अनुविभागीय अधिकारियों, खाद्य अधिकारियों, तहसीलदारों और समिति प्रबंधकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि समितियों में धान विक्रय के लिए आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नही होनी चाहिए। 


धान खरीदी केन्द्रों में आने वाले किसानों की सुविधा के लिए आवश्यक इंतजाम भी करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, राज्य विपणन संघ के प्रबंध संचालक श्रीमती शम्मी आबिदी भी साथ थे।