बुधवार, 25 मार्च 2020

दिल्ली सरकार ने जनता को कोरोना से उत्पन्न समस्या से राहत देने के लिए उठाए कई कदम...

संवाददाता : नई दिल्ली


      दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले 40 घंटे के दौरान कोरोना से ग्रसित एक भी नया मरीज नहीं आया है, यह बहुत ही राहत की बात है। उन्होंने कि दिल्ली सरकार कोरोना से उत्पन्न समस्या से लोगों को राहत देने के लिए कई कदम उठा रही है। सरकार ने निर्माण कार्य से जुड़े दिहाड़ी मजदूरों को एकमुश्त 5-5 हजार रुपये सहायता राशि देने का फैसला किया है। दिल्ली में कोरोना अभी स्टेज-2 में हैं। भगवान न करे कि यह स्टेज-3 पर आए। लेकिन ऐसा होता है, तो इसकी तैयारियों के लिए डाॅ़. सरीन की अध्यक्षता में 5 डाॅक्टरों की टीम की है। यह टीम 24 घंटे में रिपोर्ट देगी कि स्टेज-3 के लिए कौन से कदम उठाए जाने चाहिए।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। साथ ही, गरीबों को खाना खिलाने के लिए केंद्र भी बढ़ा रहे हैं। सभी लोगों की जिंदगी बचानी जरूरी है, इसलिए लाॅक डाॅउन और कफ्र्यू जैसे कठोर कदम उठाने पड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कुछ समय के लिए किराया टालने और लाॅक डाॅउन के दौरान कर्मचारियों को पूरी तनख्वाह देने वालों का आभार जताया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने नर्स, डाॅक्टर, पायलट और एयर होस्टेज के साथ भेदभाव और गलत व्यवहार करने वालों के प्रति कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे गलत बताया है।

 


 

दिल्ली में 40 घंटे में नहीं आया कोई नया केस, मरीजों की संख्या घट कर 23 हुई - अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस वार्ता कर के कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने और प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले करीब 40 घंटे में दिल्ली में कोरोना का एक भी नया गरीज सामने नहीं आया है। दिल्ली में अभी तक कुल 30 मरीज सामने आए हैं। उनमें अब कमी आने लगी है। लोग ठीक होकर घर जाने लगे हैं। अब 23 मरीज बचे हैं। यह अच्छी बात है कि पिछले 40 घंटे में दिल्ली में एक भी नया मरीज सामने नहीं आया है। अभी हमें खुश होने की जरूरत नहीं है। अभी यह लड़ाई काफी बड़ी है। उसकी अभी तैयारी करने की जरूरत है। कभी भी यह संख्या बढ़ सकती है। कभी भी यह वायरस बुरी तरह से फैल सकता है। पिछले 24 घंटे में इटली में 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। काफी विकसित देश अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इतने बड़े और विकसित देश कोरोना के प्रकोप को रोक नहीं पा रहे हैं। हमने जितनी सतर्कता और मुस्तैदी से मिल कर काम किया है, अभी उतनी ही सतर्कता के साथ आगे भी काम करना पड़ेगा।

 

लाँक डाउन के दौरान लोगों की मदद करने सामने आए बहुत सारे लोग, उनपर गर्व - अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सोमवार (23 मार्च) को दिल्ली में लाॅक डाॅउन किया गया और आज से दिल्ली में कफ्र्यू लागू किया है। मैं समझ सकता हूं कि आप लोगों को बहुत तकलीफ हो रही होगी। हम आपकी तकलीफें पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते हैं, लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि आपकी तकलीफें कैसे कम हो, उस दिशा में कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद भी आपको बहुत तकलीफ हो रही है, लेकिन आप सभी लोगों की जिंदगी बचाना बहुत जरूरी है। इसलिए इतने कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। मैं जानता हूं कि आप को तकलीफ हो रही होगी और फिर आप तरह से आप साथ देंगे। मुझे बहुत खुशी है कि बहुत सारे लोग आज के वक्त एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। यही हमारे भारत के लोगों की सबसे बड़ी ताकत है कि जब मुसीबत होती है, तो हम सारे लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं।

 

सोमवार को मैने कहा था कि कई गरीब लोग ऐसे है, जो अपनी रोजी रोटी रोजना कमाते थे और खाते थे। वो किराए पर रहते हैं और अपना किराया नहीं दे पा रहे हैं। मेंने कहा था कि कोई भी किराएदार अपना किराया देने की स्थिति में नहीं है, तो मकान मालिक एक या दो महीने तक किराया लेना टाल दे। मै यह नहीं कह रहा हूं कि वह अपना किराया नहीं लेे, लेकिन दो महीने बाद ले लें या किस्तों में ले लें। मुझे बड़ी खुशी है कि कल से काफी लोगों के मैसेज आए हैं और उन्होंने कहा है कि मैं मार्च और अप्रैल का किराया नहीं लूंगा या बाद में लूंगा। मैं खासतौर से राज बैसला जी का जिक्र करना चाहूंगा। राज बैसला जी के कई सारे किराएदार हैं। उन्होंने कहा कि मैं मार्च का किराया नहीं लूंगा। अनिल कौसिक जी ने अपने ड्राइवर व अन्य कर्मचारियों को पूरी तनख्वाह दूंगा देने की बात कही है।

 

वे अपने किराएदारों से किराया भी नहीं लेंगे। नवीन नंबरदार जी ने भी कहा है कि अपने किराएदारों से किराया नहीं लेंगे। आजाद सौकीन जी ने भी किराया नहीं लेने की बात कही है। ऐसे बहुत सारे लोगों के मेरे पास मैसेज आए हैं। मैं ऐसे सभी लोगों को बहुत बधाई देता हूं। आप लोग जो काम कर रहे हैं, वह पुण्य का काम है। यही सच्ची देशभक्ति का काम है। हम सारे देशवासियों को एक साथ मिल कर इसका मुकाबला करना है।



मुख्यमंत्री ने अस्पताल जाने के लिए साधन का इंतजार कर रहे मरीज को अस्पताल पहुंचाने वाले नार्थ ईस्ट दिल्ली के एडिशनल डीसीपी सुकांत की सराहना की

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सुकांत बल्लभ जी नार्थ ईस्ट दिल्ली के पुलिस मेंएडीशनल डीसीपी हैं। मैने उनकी कहानी पढ़ी कि किस तरह से जब लाॅक डाॅउन/कफ्र्यू था। उस समय एक व्यक्ति को डाॅयलसिस के लिए अस्पताल जाना था। उन्हें एंबुलेंस भी नहीं मिल रही थी और कोई साधन भी नहीं मिल रहा था। इस दौरान सुकांत जी ने अपनी गाड़ी में उस व्यक्ति को बैठा कर अस्पताल छोड़ा। जब इस तरह की कहानिया पढ़ते हैं और इस तरह की प्रेरणा मिलती है, तो बहुत खुशी होती है। यह बहुत कठिन समय है। इस कठिन समय में हम सभी को एक-दूसरे की मदद करनी है।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने अपील की थी कि कोई भूखा नहीं रहना चाहिए। कोई भूख से नहीं मरना चाहिए। किसी को रोटी खिलाना बहुत ही पुण्य का काम है। सरकार तो कर रही है, हम लोगों ने बहुत जगह नाइट सेल्टर में खाना बांटने का काम किया है। लंच और डीनर दोनों दे रहे हैं। वहां बेघर लोग भी आ रहे हैं और अगर आपके पास खाने के लिए कुछ नहीं है तो आप किसी भी नाइट सेल्टर में जाकर खाना खा सकते हैं। मैने देखा है कि इस वक्त नाइट सेल्टर में भीड़ बहत ज्यादा होने लगी है। इसलिए रैन बसेरों की संख्या भी हम बढ़ा रहे हैं और कई नए स्थानों पर खाना बांटने की व्यवस्था भी कर रहे हैं। लेकिन मुझे बहुत खुशी है कि बहुत सारे लोग सामने आकर मदद करने की बात कही है। कोई कह रहा है कि वह 10 हजार खाने के पैकेट बांटेगा। 

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डाॅक्टर-नर्स, पायटल- एयरहोस्टेज के साथ गलत व्यवहार करने पर जताया गहरा दुख

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन सब के साथ एक दुख भी मुझे हैं और मैं आप लोगों के साथ अपना दुख साझा करना चाहता हूं। हम सब लोगों ने प्रधानमंत्री जी के आहवान पर रविवार को शाम 5 बजे अपने अपने घरों की खिड़कियों और दरवाजों पर बाहर आकर तालियां और घंटियां बजाई थी। हमने इसलिए बजाई थी कि हम अपने डाॅक्टर के लिए शुक्र गुजार हैं, हम अपने सभी नर्सों के शुक्रगुजार हैं, हम उन सभी पायलट और एयर होस्टेज के शुक्रगुजार हैं, जो इतनी कठिन परिस्थितियों के अंदर उन देशों के हमारे लोगों को लेकर आए, जहां पर यह बीमारी फैली हुई थी। डाॅक्टर, नर्सेज, पायलट और एयर होस्टेज समेत सभी लोगों ने अपनी जान दांव पर लगाई है।

 

हम उन सब लोगों के शुक्र गुजार हैं। हमने उन लोगों के लिए ताली बजाई। उन लोगों के लिए हमने घंटी बजाई। मुझे अब सुनने को मिल रहा है कि मकान मालिक ने अपने नर्स को निकाल दिया है। उसका कहना है कि यह नर्स को सारे दिन कोरोना के मरीज के बीच घमूती हैं। इसको मैं अपने घर में नहीं रहने दूंगा। कही पता चला है कि एयर होस्टेज और पायलट को काॅलोनी में घुसने नहीं दे रहे हैं। यह सही नहीं है और यह बिल्कुल गलत है। यह लोग आपके बच्चों और परिवार के लिए अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं और हम लोग उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं। कल को आपके परिवार में किसी को करोना हो गया तो फिर आप किसके पास जाओगे। आप इन्हीं डाॅक्टर और नर्स के पास तो जाओगे। जिनके साथ हम आज इस तरह से व्यवहार कर रहे हैं। यह बिल्कुल सही नहीं है।

 

भगवान न करे कि दिल्ली स्टेज-3 में आए, फिर भी हम स्टेज-3 से निपटने के लिए कर रहे तैयारी- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अभी तक कुल 30 मरीज हैं, लेकिन अभी हमें आगे की तैयारियां करनी है। हमें इस चीज की तैयारी करनी हैं कि कहीं यह महामारी बहुत ज्यादा बढ़ गई तो क्या हम उसके लिए तैयार हैं। हम इसकी कई दिनों से तैयारी कर रहे हैं। आज मैंने 5 बड़े-बड़े डाॅक्टरों की टीम बनाई है। बहुत प्रसिद्ध डाॅक्टर सरीन की अध्यक्षता में मैने पांच विशेषज्ञ लोगों की टीम बनाई है। वह मुझे अगले 24 घंटे में पूरी योजना बना कर देंगे कि अगर दिल्ली स्टेज तीन में प्रवेश करता है और बीमारी पूरी तरह से फैल जाती है, तो क्या हम उसके लिए तैयार हैं।

 

उसके लिए क्या-क्या कमिया हैं और क्या-क्या करने की जरूरत है। यह डाॅक्टर सरियन की टीम मुझे रिपोर्ट बना कर देगी। इसके बाद जो भी कमिया हैं, उन कमियों को हम लोग दूर करने की कोशिश करेंगे। हम अपनी तैयारी कर के रखते हैं। हम भगवान से यह प्रार्थना करते हैं कि ऐसी स्थिति कभी न आए और हम कभी स्टेज तीन में न जाएं। कभी महारमारी न फैले और  30 से अधिक केस न हो। फिर भी अगर हो जाता है, तो अपनी तैयारी तो रहेगी।

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जितने भी निर्माण कार्य से जुड़े मजदूर हैं। हम लोगों ने यह तय किया है कि उन सभी लोगों को 5-5 हजार रुपये देंगे। इस वक्त उनकी रोजी-रोटी चली गई है। यह सभी दिहाड़ी मजदूर थे। यह रोज कमाते थे और खाते थे। इन सभी निर्माण कार्य करने वाले मजदूरों को 5-5 हजार रुपये दिया जाएगा। जैसा कि मैने बताया है कि दिल्ली में कई और नाइट सेल्टर खोल रहे हैं जहां पर खाने की अगर किसी को दिक्कत है तो वहां जाकर खाना खा सकता है। मुझे पूरा यकीन है कि जिस तरह से इस बीमारी का हम सभी लोग एकजुट होकर सामना कर रहे हैं। हम इस पर जरूर काबू पा लेंगे।