संवाददाता : पंजाब
पंजाब बजट को लेकर वित्त मंत्री मनप्रित बदल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा का बजट एक साथ आया और अखबारों में जब आंकलन हुआ, तो आज पंजाब-हरियाणा एक बराबर आये खड़े हुए हैं। जो खर्च हरियाण के मुकाबले हमने कम किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि मेरा दिल यह कहता है कि पंजाबी अगर अपने आप पर आ गया तो सिर्फ हरियाणा नहीं बल्कि बाकी देश को पीछे छोड़ देंगे। मुझे खुशी है कि लंबे समय के बाद यह सामने आया कि देश के ग्रोथ रेट से पंजाब का ग्रोथ रेट बढ़ गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि आरोप हम पर लगते रहते है कि केंद्र के समर्थिक ग्रांट से ज्यादा पंजाब की आमदनी है।
अपना रेवन्यू नहीं तो मैं बताना चाहता हूं कि यह हमारा हक है न कि कोई अहसान है। हमारा शेयर टेक्स के बीच है जो केंद्र को जा रहा है। उसमें से हमारा हिस्सा हमें मिलता है। जीएसटी एक अच्छा कदम है और पंजाब इसे सपोर्ट करता है लेकिन पहले जो बात थी उसमें 24% टोटल टेक्स का हिस्सा भारत सरकार ने दे दिया। जोकि अच्छी डील नहीं थी। उस समय कोई और लोग पंजाब से बात करते तो ऐसा नहीं करते। क्योंकि 5 वर्ष तो हमें उसका मुआवजा मिलता रहेगा और उसके बाद नहीं मिलेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्व वर्ष 6280 करोड़ था तो इस बार 68 करोड़ एस सी लोगों के लिए रखा है जबकि कहा यह जा रहा है कि हमने कुछ नहीं रखा।
वैट के बीच जो कमी 700 से 800 करोड़ आयी है उसमें पूर्व वर्ष हमने 5 रु पेट्रोल व 1 रु डीजल कम किया तो वह वैट के बीच आता है उसका कारण यह था। बजट का अनुमान में कौरव सरकार के समय 29.2 था व हमारी सरकार में इस वर्ष 2.3 है।जोकि सरकार की कार्यशीलता दिखता है। कर्ज पर कहा जाता है कि पंजाब पर बहुत बढ़ गया है। जिसमें 4 बजट पेश हुए है उसमें कुल कर्ज 66000 करोड़ है जबकि पूर्व सरकार में आखिर के 2 वर्ष में 76 करोड़ था।