संवाददाता : जयपुर राजस्थान
तकनीकी शिक्षा एवं सूचना एवं जनसम्पर्क राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा है कि नारी शक्ति की पहुंच प्रत्येक क्षेत्र में होनी चाहिए ताकि समाज में उनकी भागीदारी बढ़ सके।
गर्ग सोमवार को कृषि प्रबन्ध संस्थान दुर्गापुरा में महिला अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के राज्य स्तरीय शुभारम्भ कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बच्चियां पढ़े, आगे बढ़े और उच्चतम तकनीक तक उनकी पहुंच होनी चाहिए, सरकार का यही ध्येय है।
जनसम्पर्क राज्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 1000 करोड़ रूपये की राशि से इंदिरा महिला शक्ति निधि का गठन किया जाना इस बात का परिचायक है कि महिलाओं के सर्वांगीण विकास को सरकार सर्वाधिक महत्वपूर्ण मानती है। शिक्षा के साथ जुड़ाव के लिए तथा डिजिटल साक्षरता से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के लिए यह महत्वपूर्ण है। कौशल विकास और आसान तरीके से ऋण उपलब्ध होना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम है एवं उनके सर्वांगीण विकास में सहायक है।
उन्होंने कहा कि हमारा बजट शिक्षा और महिलाओं को समर्पित है। महिलाओं में वह शक्ति है जो न केवल घूंघट मुक्त राजस्थान अपितु नशा मुक्त राजस्थान बनाने में सक्षम है। प्रदेश की हर बेटी व पत्नी की इसमें अहम भूमिका है। महिलाओं के योगदान से प्रदेश की दो तिहाई समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है और इसकी शुरूआत हमें अपने घर से करनी चाहिए।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य मंत्री ममता भूपेश ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि राजस्थान की महिलाएं घूंघट मुक्त हों और स्वच्छन्दता के साथ ही निर्बाध रूप से जीवन यापन करें। राज्य सरकार का संकल्प है कि सभी मिलकर सशक्त राजस्थान की अलग से पहचान स्थापित करें। आत्मा से आवाज दें ‘आई एम शक्ति’( इंदिरा महिला शक्ति ) अपनी बहनों व बेटियों के लिये सुरक्षित राजस्थान बनाएं। यह सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह योजना फिजूलखर्ची रोकने में एक अच्छी पहल है। विभाग भी अपना पूर्ण योगदान दे रहा है। इस कार्य में सभी को हाथ बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पोषाहार कार्यक्रम में पारदर्शिता लाने के विभिन्न उपाय अमल में लाए जा रहे हैं। इससे जरूरतमंद तक पूर्ण पोषाहार पहुंचने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में डॉ. अनुपमा सोनी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की राज्य स्तरीय ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया । डॉ. अनुपमा सोनी पूर्व मिसेज इण्यिा व मिसेज एशिया इन्टरनेशनल विजेता रह चुकी हैं। समारोह में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु रूमा देवी को राज्य स्तरीय महिला शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रूमा देवी को राष्ट्रपति द्वारा दस्तकारी के क्षेत्र में नारी शक्ती पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। साथ ही बालिका शिक्षा, संरक्षण एवं उनके सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं तथा ऎसी बालिकाओं जिन्होंने संघर्ष करते हुए शिक्षा, खेल, लैंगिक समानता इत्यादि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया है उन्हें गरिमा बालिका संरक्षण एवं सम्मान पुरस्कार प्रदान किए गए।
टोंक जिले की ग्राम पंचायत हनोतिया की साथिन श्रीमती मनोज कंवर को उल्लेखनीय कार्यों हेतु सर्वश्रेष्ठ साथिन का राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं हंजा देवी, रामनिवासी, श्रीमती अर्चना चित्तौड़ा, प्रेम देवी को संभाग स्तरीय सर्वश्रेष्ठ साथिन पुरस्कार दिया गया। रामजानकी गुप्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लबाना द्वितीय, आमेर, मरीयमा बानो आंगनबाड़ी सहायिका, नरेना, दूदू एवं श्यामलता शर्मा, आशा सहयोगिनी, भम्भौरिया, सांगानेर प्रथम ग्रामीण को यशोदा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्राण्ड एम्बेसेडर्स एवं विशिष्ट महिलाओं को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर किशोरी योजना कार्ड (SAG), एवं साथिन पुन्श्चर्या प्रशिक्षण मॉड्यूल एवं किट का विमोचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, अनुभव आदान-प्रदान, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आदि प्रमुख गतिविधियां आयोजित की गई।
उल्लेखनीय है कि 3 मार्च से 8 मार्च तक राज्य के सभी जिलों में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मनाया जाएगा जिसमें मुख्य कार्यक्रम के आयोजन के साथ-साथ 3 मार्च को चुप्पी तोड़ो कार्यशाला, 4 मार्च को बाल विवाह रोकथाम एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर कार्यशाला, 5 मार्च को घूंघट प्रथा समाप्ति पर कार्यशाला, 6 मार्च को किशोरी स्वास्थ्य मेला एवं एक्सपोजर विजिट, 7 मार्च को ड्रॉप आउट किशोरियों के लिए राजकीय स्कूलों में खेलकूद प्रतियोगिता, 8 मार्च को ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सखी चौपाल के आयोजन किए जाएंगे।
कार्यक्रम में शासन सचिव महिला एवं बाल विकास के.के. पाठक, निदेशक महिला अधिकारिता पी.सी. पवन, निदेशक, राज्य स्तरीय ब्राण्ड एम्बेसेडर्स डॉ. अनुपमा सोनी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में समेकित बाल विकास सेवाएें की निदेशक डॉ. प्रतिभा सिंह ने आभार व्यक्त किया।