शनिवार, 11 अप्रैल 2020

में किसी एक के दिल से भी नफरत मिटा पाया, तो अपने आप को खुशकिस्मत समझूंगा : जितेंद्र पवार,लेखक-निर्देशक

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      कहा जाता है इस संसार में कोई भी जन्म से न ही प्रतिभावान , गुणवान और न ही बुद्धिमान होता है, मनुष्य कड़ी मेहनत और अपनी सच्ची लगन से किए गये अपने कार्यो को इतना अधिक ऊंचा कर लेता है कि समाज में उसे और उसके काम को मान-सम्मान और ख्याति तो मिलती ही है, साथ ही वो दूसरे लोगों के लिए प्रेरक भी बन जाते हैं।


ऐसी ही शख्यितों में एक नाम सामने उभरकर आता है लेखक-निर्देशक जितेंद्र पवार का,जिन्होंने लोगों को यह विश्वास दिलाया है कि सच्ची लगन और कठोर परिश्रम ही सफलता की कूंजी है। आपको बता दें कि उन्होंने एक फीचर फिल्म का निर्देशन किया "ट्रिप टू भानगढ़" जो काफी सफल रही और दर्शकों ने उस फिल्म को बहुत सराहा। 



" मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना, हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा "


क्रोना से जंग सिर्फ मिलकर जीती जा सकती है। किसी एक के दिल से भी नफरत मिटा पाया तो अपने आप को खुशकिस्मत समझूंगा यह कहना है,फिल्म इंडस्ट्री के डायरेक्टर-राइटर और इस वीडियो के राइटर-एंकर जितेंद्र पवार का , उन्होंने क्रोना में हो रही नफरतों को प्यार में बदलने के लिए एक बेहतरीन वीडियो बनाया है और उसमें उन्होंने गीता और कुरान का जिक्र किया बहुत सुंदर शब्दों से इस एल्बम को पिरोया है। वीडियो मे उनका साथ दिया निर्देशक - मोहित बघेल, संपादक - विकास गिरी और सौरभ चटर्जी ने ,तो आइये देखते हैं उनका वीडियो।