मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हजूरी रागी भाई निर्मल सिंह के, देहांत पर दुख प्रकट किया...

संवाददाता : चंडीगढ़ पंजाब 


      पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हजूरी रागी पद्मश्री भाई निर्मल सिंह खालसा के पुत्र और भतीजे के साथ बातचीत की और भाई साहिब के देहांत पर दुख प्रकट किया। उन्होंने भरोसा दिया कि परिवार के जो मैंबर कोविड-19 से पीडि़त हैं, उनके इलाज में सरकार द्वारा पूरी सहायता दी जायेगी।


मुख्यमंत्री ने भाई निर्मल सिंह के पुत्र अमितेश्वर सिंह और भतीजे जगप्रीत सिंह को भरोसा दिलाया कि इन सभी मरीजों का कोविड-19 से बचाव के लिए इलाज चल रहा है और सरकार के मैडीकल प्रोटोकोल के मुताबिक इन सभी मरीजों की पूरी देखभाल होगी। उन्होंने बताया कि पीडि़त पारिवारिक सदस्यों की सेहत पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रहा है और स्वास्थ्य अमले को कहा गया है कि अगर किसी और सहायता की जरूरत है तो वह तुरंत उनके (मुख्यमंत्री) के साथ संपर्क करें।

 


 

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने परिवार के सदस्यों, जिनकी कोविड-19 की रिपोर्ट पॉजि़टिव आई है और जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है, के स्वास्थ्य का हाल-चाल भी पूछा।

 

अमृतसर में स्थानीय लोगों की आशंकाओं के कारण भाई निर्मल सिंह के संस्कार में हुई देरी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना इस बीमारी संबंधी गलत धारणाओं के कारण घटी और उन्होंने सख्त हिदायतें जारी की हैं कि भविष्य में ऐसी किसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

 

उन्होंने बताया कि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव और डी.जी.पी. को कहा है कि जिला स्तर पर सभी स्वास्थ्य और अन्य अधिकारी सरकार की हिदायतों का पालन यकीनी बनाएं और लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि अगर कोई इन हिदायतों का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक मृतक देह उचित ढंग से संस्कार की हकदार है और कोविड-19 की बीमारी के कारण मारे गए हरेक मरीज की लाश की संभाल संबंधी स्वास्थ्य विभाग का निर्धारित प्रोटोकोल है। इसका अनिवार्य रूप से पालन हो और लोगों का यह अंदेशा गलत है कि कोविड मरीज के संस्कार से यह बीमारी सम्बन्धित इलाके में फैल सकती है।

 

मुख्यमंत्री ने इससे पहले कल चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी को कहा था कि वह हस्पताल में दाखिल भाई निर्मल सिंह के पारिवारिक सदस्यों का हाल-चाल पूछने जाएँ और उनका उपयुक्त इलाज यकीनी बनाएं।