बुधवार, 15 अप्रैल 2020

ऑल पार्टी मीटिंग में सुखबीर सिंह बादल ने मुख्यमंत्री से क्या अपील की...

संवाददाता : चंडीगढ़ पंजाब 


      शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से आग्रह किया है कि वह छह महीने के लिए सभी सहकारी कर्जों की अदायगी रोककर किसानों को तत्काल राहत दें।


इसके अलावा सरदार बादल ने गरीबों को छह महीने के लिए पानी तथा बिजली के बिलों से छूट तथा औद्योगिक सैक्टर को कम से कम मजदूरी देने की शर्त से मुक्त करने की मांग की है।



मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग में भाग लेते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने राज्य सरकार को पार्टी द्वारा पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिलाया। इस दौरान उन्होने किसानों को अतिरिक्त राहत देने तथा किसानों के सभी बकाया तत्काल जारी करने की मांग की। उन्होने गन्ना उत्पादकों के बकाया का उदाहरण दिया, जोकि 1000 करोड़ रूपए हो चुका है। उन्होने दूध उत्पादकों का भी उदाहरण दिया, जिन्हे निजी दूध खरीद केंद्र तथा मिल्क चिलिंग केंद्र बंद होने के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वह डिप्टी कमिशनरों को सभी दूध संग्रह केंद्र तथा मिल्क चिलिंग केंद्र तत्काल खोलने का निर्देश दें।


मुख्यमंत्री को कल से शुरू हो रहे गेंहू की कटाई के सीजन के दौरान किसानों को आने वाली परेशानियों के बारे बताते हुए सरदार बादल ने कहा कि किसानों को एक समय में सिर्फ 50 क्विंटल गेंहू मंडी में लाने की आज्ञा दी गई है। जिस किसान के पास ढ़ाई एकड़ से ज्यादा जमीन है, उसे अपनी फसल बेचकर लंबे समय तक मंडियों के कई चक्कर लगाने पड़ेंगे, जोकि उसकी परेशानियों को बढ़ाएगा। उन्होने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि तूड़ी बनाने के लिए लगाई शर्तों के बारे भी पुनर्विचार करें, क्योंकि तूड़ी बनाने की तत्काल आज्ञा दी जानी चाहिए तभी इसकी गुणवत्ता तथा मात्रा सही रहेगी। उन्होने पंजाब में रह गए मजदूरों को भी आर्थिक सहायता देने का आग्रह करते हुए कहा कि नही तो लॉकडाउन हटाए जाने के बाद पंजाब में खेतीबाड़ी तथा उद्योग सैक्टर को एक अन्य लॉकडाउन का सामना करना पड़ेगा।


स्वास्थ्य कर्मचारियों तथा स्वास्थ्य संबधी मुद्दों पर बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा उठाए जा रहे बड़े खतरों को ध्यान में रखते हुए उनके वेतन दोगुने किए जाने चाहिए। राज्य में अतिरिक्त टैस्टों की आवश्यकता पर बल देते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी बहुत सारे उदाहरण हैं जब सरकारी अस्पतालों से वापिस मोड़ दिए गए व्यक्ति कोरोना के मरीज निकले।


उन्होने इस संबधी फरीदकोट के एक मरीज का उदाहरण दिया। उन्होने शहरों को कीटाणुमुक्त करने के लिए एक मुहिम चलाए जाने के लिए कहा तथा मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि बठिंडा कैंसर अस्पताल को कोविड-19 के मरीजों के लिए खोल दिए जाने के बाद कैंसर के मरीजों को किसी तकलीफ का सामना न करना पड़े।


सरदार बादल ने गरीबों तथा जरूरतमंदों को खाद्य वस्तुएं पारदर्शी ढ़ंग से बांटने की अपील की। उन्होने कहा कि गरीबों को दी जाती सरकारी राहत सामग्री का राजनीतिकरण रोकने के लिए जिला स्तरीय कमेटियां गठित की जानी चाहिए। उन्होने गरीबों के साथ हो रहे राजनीतिक भेदभाव के कई उदाहरण दिए। उन्होने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि हर निर्वाचन क्षेत्र के लिए पांच हजार पीपीई किटें बहुत कम हैं, इनकी गिनती बढ़ाई जानी चाहिए।


अकाली दल अध्यक्ष ने सबसे आगे होकर लड़ने वाले पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों तथा सफाई कर्मचारियों को दस्ताने तथा मास्क दिए जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होने मुख्यमंत्री से यह भी अनुरोध किया कि वह श्री हजूर साहिब, नांदेड़ में फंसी सिख संगत को वापिस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।