बुधवार, 1 अप्रैल 2020

पटपड़गंज के 10 स्कूल फूड सेन्टर में बदले गए, 20 हजार लोगों को प्रतिदिन मिलेगा भोजन...

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री और पटपड़गंज के स्थानीय विधायक मनीष सिसोदिया आज दिल्ली सरकार द्वारा जरूरतमंदों की सहायता के लिए बनाए गये आश्रय और भोजन प्रबंधों केंद्रों का जायजा लेने अपने विधानसभा क्षेत्र पहुँचे।

 

कोरोना संकट की वर्तमान स्थिति में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी गरीबों और मजदूरों के सामने उत्पन्न अभावों के संकट पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये वादा किया कि दिल्ली में एक भी व्यक्ति को विपरीत परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि दिल्ली सरकार दिन रात लोगों की सेवा और सहायता में जुटी है। उन्होनें ट्वीट किया कि - " दिल्ली में एक भी व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा। हम ये सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि पटपड़गंज के सभी 10 सेंटर पर भोजन की सप्लाई जारी रहे। हम सब मिलकर कोरोना से निपटेंगे।

 


 

उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बारे में आगे ट्वीट कर जानकारी दी कि “मंडावली, पटपड़गंज में स्थित दो सरकारी स्कूलों में सभी लोगों को खाना बांटा जा रहा है | यहां ऐसे 10 भोजनालय केंद्रों पर रोज़ 15-20 हज़ार लोगों को खाना खिलाया जा रहा है| इसके अलावा मेरी टीम पटपड़गंज के हर क्षेत्र, हर वार्ड, हर मोहल्ले में 24x7 ज़रूरतमंद लोगों के लिए मदद जुटा रही है|

 


 

पटपड़गंज की वे 10 स्कूल जिन्हें भोजन वितरण केंद्र में परिवर्तित किया गया है। उनके नाम हैं - राजकीय सहशिक्षा उच्च माध्यमिक विद्यालय, चिल्ला; राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय, वेस्ट विनोद नगर; राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय, जेजे कॉलोनी, खिचड़ीपुर; दिल्ली नगर निगम का प्राथमिक विद्यालय, धोबी घाट, ब्लॉक 6, 7, 8; राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय, पूर्वी विनोद नगर, राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय/सर्वोदय बाल विद्यालय, पटपड़गंज; राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय/सर्वोदय बाल विद्यालय, मंडावली - नंबर 1; राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय/सर्वोदय बाल विद्यालय मंडावली, नंबर 3; ईडीएमसी प्राइमरी स्कूल, मंडावली गांव।

 

यह जानकारी देते हुए कि पटपड़गंज के स्कूलों में भोजन वितरण का आज पांचवा दिन है क्षेत्र के स्थानीय विधायक ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी अधिकारी व कर्मचारी पूरी शक्ति के साथ फिजिकल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। और लोगों को भी गैप के साथ लाइन में लगा कर केंद्रों पर भोजन बांटा जा रहा है।