संवाददाता : मुंबई महाराष्ट्र
लॉकडाउन के चलते लाखों की संख्या में मजदूर महानगरों ने निकल पड़े हैं। शहरों से चलने वाली स्पेशल ट्रेनों की सेवा नाकाफी होने वाली वजह से मजदूरों ने पैदल ही अपने गांव जाने की तैयारी कर ली है। प्रवासी मजदूरों के इस दर्द को देखते हुए कई लोग उनकी मदद को आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में प्रवासी मजदूरों की मदद करने के लिए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद आगे आएं हैं।
उन्होंने सामने सैकड़ों मजदूरों को बसों की सर्विस शुरू कराकर उनके घर तक पहुंचाया है। अभिनेता सोनू सूद के इस कदम की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है।
संकट की इस घड़ी में अभिनेता सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों को सिर्फ बसे ही नहीं उपलब्ध कराई बल्कि उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया। कोई भी मजदूर अपने घर तक पैदल न जाए और बस पर यात्रा करने के दौरान भूखा न रहे इसके लिए उन्होंने बड़ा कदम उठाया है।
अभिनेता सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के लिए जहां से बसें चलवाई हैं, वह महाराष्ट्र से कर्नाटक के बीच में चलाई गई। अभिनेता सोनू सूद ने बसों की सर्विस को चलाने के लिए महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार से भी अनुमति ली है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के लिए महाराष्ट्र के ठाणे से कर्नाटक के गुलबर्गा के लिए 10 बसें चलाई।
प्रवासी मजदूरों की खातिर अपनी तिजोरी खोलने वाले सोनू सूद से सबका दिल जीत लिया। बसों को चलाने वाले अभिनेता सोनू सूद इस नेककाम के दौरान खुद ही मौजूद रहें। उन्होंने मजदूरों को सभी बसों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए बैठाया। साथ ही साथ अभिनेता सोनू सूद खुद मजदूरों की मदद के लिए मौजूद रहे और उन्हें गुड बॉय भी कहा।
कोरोना वायरस की वजह से इस समय मुम्बई से लोगों का पलायन जारी है। इस समय बहुत बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। मजदूर को कोई भी सुविधा न उपलब्ध होने की वजह से वह पैदल ही निकलने पर मजबूर है। फिल्म अभिनेता सोनू सूद ऐसे पहले भारतीय सेलेब्रिटी बनें हैं, जिन्होंने प्रवासी मजदूरों की खातिर बसें चलाई हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों की खातिर बसें चलाने के लिए आगे आएं हैं।
फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने कहा, "मेरा मानना है कि इस समय सभी वैश्विक आपदा का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में प्रत्येक भारतीय को अपने परिवारों और प्रियजनों के साथ रहने का हक है। मैंने महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार से अनुमति ली है, ताकि प्रवासियों को बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया जा सकें। प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने में हमारी मदद महाराष्ट्र सरकार ने की। सरकार ने पेपर वर्क करने में मदद की और कर्नाटक सरकार ने भी प्रवासियों का वेलकम किया। मैं अपनी क्षमता के अनुसार अन्य राज्यों के लिए भी ऐसा ही करता रहूंगा।
महाराष्ट्र के अनेक शहरों से इस समय दूसरे राज्यों को आने वाले प्रवासियों में सबसे अधिक जनसंख्या उत्तर प्रदेश और बिहार की है। यहां के लाखों प्रवासी इस समय अपने गांव आने के लिए राह पर निकल पड़े हैं। इन राज्यों के प्रवासियों के बारे में सोनू सूद ने आगे कहा, 'मेरे लिए छोटे बच्चों और बूढ़े माता-पिता सहित सड़कों पर घूमने वाले प्रवासियों का दर्द नहीं देखा जा रहा है। इस तरह से उनका चलता हुआ देखना मुझे बहुत ही भावुक कर देने वाला था। मैं अपनी क्षमता के अनुसार उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों की भी मदद करूंगा।
फिल्म अभिनेता सोनू सूद पूर्व में भी डॉक्टरों की मदद कर चुके हैं। उन्होंने पंजाब के डॉक्टर्स को 1,500 पीपीई किट्स डोनेट की है। यही नहीं, उन्होंने रमजान के मौके पर भिवंडी के हजारों प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन का भी इंतजाम किया। समाज के कामों में आगे आने वाले सोनू सूद ने मुंबई में स्थित अपना होटेल भी मेडिकल स्टॉफ को रहने के लिए दिया था।