सोमवार, 8 जून 2020

अलविदा दिनेश कंडवाल... 

प्रजा दत्त डबराल @ नई दिल्ली


      प्रसिद्ध पत्रकार फोटोग्राफर दिनेश कंडवाल अचानक अपने प्रसंशकों को छोड़ कर दुनिया से विदा हो गए। संपूर्ण हिमालय और विशेषकर गढ़वाल के विषय में मजबूत पकड़ और रुचि रखने वाले दिनेश को आंतो  में संक्रमण की शिकायत के कारण देहरादून के ओएनजीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सामान्य सी लगने वाली  इस व्याधि में वे अकाल ही काल का ग्रास बन गए।


तीन दशकों तक धर्मयुग, कादम्बिनी, हिन्दुस्तान व संडे मेल में अपने लेखन से एक बड़ा नियमित पाठक वर्ग तैयार किया। 



सूदूर हिमालय के अंतस्थल में ट्रेकिंग के साथ लेखन व फोटोग्राफी से दिनेश कंडवाल ने अपने लेखों का एक बृहत और अद्भुत संग्रह बनाने में कामयाबी हासिल की। 


समाजसेवी व "हिमालयन डिस्कवर" संपादक मनोज इस्टवाल बताते हैं कि गढ़वाली संस्कृति की खोज और अंकित यात्राओं के माध्यम से दिनेश कंडवाल के माध्यम से बेहद रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियां समाज को मिली और उनके चले जाने से ऐसी कई अन्य छिपी बातों से हम वंचित रह गए।


एक जीवन में एक व्यक्ति नौकरी,परिवार और सामाजिक कार्य के साथ साथ अपने हिमालय पर्वत प्रेम के साथ जो न्याय कर सकता है वह दिनेश कंडवाल ने अपने जीवन में बखूबी किया। 



शहीद भगत सिंह सांध्य कॉलेज के प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह नेगी ने बोला उनके जाने से पत्रकार, लेखन व फोटोग्राफी जगत में आई रिक्तता को भरना असंभव है। उनकी स्मृतियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि और नमन। प्रजा टुडे के के तरफ से उनको भावपूर्ण श्रद्धांजलि।