रविवार, 21 जून 2020

अपनी आखिरी सांस तक रक्त को फ़्री कराने के लिए लड़ते रहेंगे : जितेन्द्र सनातनी

संवाददाता : अल्मोड़ा उत्तराखंड 


      पिछले काफी दिनों से हम लगातार मांग उठा रहे हैं कि गरीव को ब्लड बैंक से फ्री में रक्त मुहैया कराए सरकार किसी की भी जान खून की कमी से न जाए , पिछले एक महीने से लगातार हम इस फ्री रक्त की मांग कर रहे हैं। 


अभी ट्वीट कर के सोशल मीडिया अखबर के माध्यम से हम यह आवाज उठा रहे हैं पर सरकार के कानों तक यह आवाज नही पहुची है पर अब हम हर जिले के जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देंगे और फ्री रक्त की मांग करेंगे, रक्तदाता फ्री में रक्त देकर आते हैं तो मरीज से उसका चार्ज क्यं लिया जाता है, माना कि रक्त को रखने में खर्चा आता है पर जब सरकार बहुत सी चीजें फ्री में दे रही है तो इस खून से तो किसी की जिंदगी बचती है जब पेट भरने के लिए फ्री में अनाज सरकार दे सकती है तब क्या जान बचाने के लिए फ्री में रक्त नही दे सकती, कोई भी रक्तदाता बिना सोचे आधी रात को भी ब्लड बैंक में रक्त देने चला जाता है। 



कभी कभी तो दूसरे जिलों में भी अपने पैसे खर्च करके किसी की जान बचाने की खातिर रक्तदाता बिना अपनी जान की परवाह किए बगैर चला जाता है तो उसका इतना तो अधिकार बनता है कि उसका रक्त बिना किसी चार्ज के दिया जाए, मेरे खुद के सामने कई बार ऐसी घटनाएं हुई हैं कि जब में रक्तदान करने गया हूँ तो मरीज बोलता है की साहव खून तो आपने दे दिया पर अब हम पैसे कँहा से लेकर आएं जिससे ब्लड बैंक से खून ले सकें तब बुरा लगता है, तब लगता है कि मेने तो फ्री में ही खून दिया है फिर इस गरीव से क्यं फीस के नाम पर पैसा लिया जा रहा है, हमारा एनजीओ युवा सोशल वेलफेयर सोसायटी हर जिले के जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देगा जिससे उन तक हमारी मांग पहुचे ओर वो इसे फ्री करें क्यंकि की जीवन जीने का अधिकार उस गरीव को भी है जिसके पास पैसा नही है, सरकारी अस्पताल में 2 रुपया का पर्चा बन कर दवाई मिल सकती है। 


तो फ्री में रक्त क्यं नही!बस इतनी सी मांग है कि रक्त के बदले रक्त जरूर लें पर कोई अतिरीक्त चार्ज न लें, हम सभी रक्तदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं तो सरकार को भी रक्तदातों को यह उपहार देना चाहिए किसी भी रक्तदाता को गर्व महसूस हो रक्त देते समय, हम हर परिस्थिति में रक्त देने को तैयार हैं,हम लगातार इस मांग को उठा रहे हैं ओर आप सभी से भी कहना चाहूंगा कि आप भी अपने अपने स्तर से इस मांग को उठाएं जिससे रजत फ्री हो सके, हम पीछे नही हटेंगे जब तक रक्त फ्री नही हो जाता हम आवाज उठाते रहेंगे।