संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
केंद्र सरकार की ओर से गाइड लाइन जारी होने के बाद हरिद्वार के मठ-मंदिर श्रद्धालुओं के लिए तैयार होने शुरू हो गए हैं। मंदिर प्रशासन की ओर से स्वयं व्यवस्था की जा रही है।सेनेटाइजिंग मशीन भी खरीद ली गई है। थर्मल स्क्रीनिंग के बिना एक भी श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
वहीं मंदिर के आसपास प्रसाद की दुकानों को नहीं खोला जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से आठ जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की गाइड लाइन जारी कर दी गई। हालांकि अभी तक स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आदेश इस पर जारी नहीं किया है।लेकिन केंद्र की गाइडलाइन जारी होने के बाद आठ जून से मंदिरों को खोलने की संभावना के चलते तैयारियां जोरशोर से शुरू हो गई हैं।
मंदिर प्रशासन ने स्वयं ही व्यवस्थाओं को बनाना शुरू कर दिया है। मां मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टियों ने इस संबंध में बैठक भी कर ली है। किस तरह की व्यवस्थाएं तैयार की जानी है। इस पर विचार-विमर्श के बाद रूपरेखा तैयार की गई है।किसी भी स्थिति में गाइड लाइन का उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा। मंदिर प्रशासन की ओर से दो बड़ी सेनेटाइजिंग मशीन मंगवाई गई है।
जो श्रद्धालुओं की एंट्री और वापसी के दौरान सेनेटाइज करने का काम करेंगी।थर्मल स्क्रीनिंग की मशीन भी मंगवाई गई है। इसके लिए मंदिर प्रशासन अपनी ओर से व्यवस्था कर रहा है। उधर, चंडी देवी मंदिर में शुक्रवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए श्रद्धालुओं के लिए गोले बनाए गए है।चिकित्सकों की एक टीम भी हायर की गई है जो मंदिर प्रशासन की देखरेख में काम करेगी।
श्रद्धालुओं के लिए दो रास्ते अलग से बनाये गए हैं। छह फीट की दूरी पर गोले बनाये गए हैं।विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी की देखरेख करने वाली श्रीगंगा सभा भी तैयार हो गई। गंगा सभा ने निर्णय लिया है कि किसी को बिना मास्क और स्क्रीनिंग के हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड में नहीं आने दिया जाएगा।