सोमवार, 6 जुलाई 2020

भारतीय युवाओं द्वारा बनाया गया खास वेब ब्राउज़र ‘मैगटैप’ चीनी एप्स को दे रहा कड़ी चुनौती...

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 


      चीन से झड़प और भारतीय जवानों के शहादत के बाद से ही भारत में एक बार फिर चीनी समान और ऐप्स के बहिष्कार करने की मांग उठनेलगी और अब भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स को बैन कर दिया है. ऐसे में भारतीय युवाओं द्वारा बनाया गया एक खास वेब ब्राउजर बहुत सारे चीनी ऐप्स को चुनैती दे रहाहै. दरअसल 5 युवाओं  ने मैगटैप’ (MagTapp) नामक वेब ब्राउज़र बनाया है जो इस केटेगरी के चाइनीज ऐप्स (यूसी ब्राउज़र) से कई मायनों में कहीं बेहतर साबित होरहा है. इस ऐप की सबसे बड़ी खासियत इसकी ‘विजुअल डिक्शनरी’ है, जिससे बड़ी आसानी से किसी भी दूसरी भाषा के शब्द का अर्थ चित्र सहित अपनी भाषा में देखा-सुना जा सकता है।


इसमें तीन चायनीज ऐप के अलग-अलग फीचर इस एक भारतीय ऐप में एक साथ मिल सकती है. ऐप के फाउंडर की माने तो गूगल प्ले स्टोर पर लॉन्चिंग के कुछ दिनोंमें ही इसे 10  लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. इसकी रेटिंग 4.8 है और 28,000 से ज्यादा रिव्यु के साथ मैगटैप दुनिया का सबसे ज्यादा टॉप रेटेड ऐप है।



दुनिया का पहला विज़ुअल डिक्शनेरी ब्राउज़र और डॉक्यूमेंट रीडर – All in One


इस ऐप के फाउंडर और सीईओ सत्यपाल चंद्रा बताते हैं कि ‘मैगटैप’ पूरी तरह से ‘मेड इन इंडिया’ तो है ही, साथ में यह अपने तरह का दुनिया में पहलाप्रयोग है. ‘मैगटैप’ एक ‘विजुअल ब्राउज़र’ के साथ–साथ डॉक्यूमेंट रीडर, ट्रांसलेशन और ई–लर्निंग की सुविधा देने वाला अनोखा ऐप है. इस ऐप को ख़ास तौरपर देश के हिंदीभाषी स्टूडेंट्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है. वे कहते हैं कि इंटरनेट पर अधिकतर अच्छी जानकारियां इंग्लिश में ही हैं.ऐसे में उन्हें पढ़ते वक़्त यह ऐप किसी भी शब्द, वाक्य या पूरे पैराग्राफ को भी हिंदी सहित देश की 12 भाषाओं में अनुवाद कर सकता है. साथ में कोई भीदूसरा ऐप जैसे– व्हाट्सऐप, फेसबुक, मैसेंजर आदि में भी किसी शब्द पर टैप कर उसका अर्थ जाना जा सकता है. लॉक डाउन के दौरान कई एक्स्ट्रा फीचरभी इस ऐप में जोड़े गए हैं. इस ऐप पर बच्चों से लेकर बैंक, रेलवे और यूपीएससी लेवल तक के कम्पटीशन एग्जाम की तैयारी करने लायक स्टडी मटेरियलटेक्स्ट और वीडियो फॉर्मेट में मुफ्त में उपलब्ध है ।


मैगटैप 2.0‘मैगटैप’ को डेवलप करने वाले रोहन कुमार का कहना है कि उन्होंने अभी ही इसका अपडेटेड वर्जन ‘मैगटैप 2.0’ लांच किया है. इस नए अपडेट में कई और सुविधाएं जोड़ीगयी हैं, जिससे यह ऐप चीन की यूसी ब्राउज़र के साथ ही गूगल के क्रोम और ओपेरा ब्राउज़र से भी बेहतर साबित होगा. उन्होंने बताया कि ऐप का ट्रांसलेशन फीचर अब12 भारतीय भाषाओँ के साथ फ्रेंच, जर्मन, इटालियन और अरबी समेत 30 विदेशी भाषाओं में भी पल भर में अनुवाद कर सकेगा. इससे भारत में हिंदी सहित कोई भीभाषा जानने वाले लोग अपने देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर की सभी मुख्य भाषाओं को घर बैठे सीख सकते हैं और कुछ भी पढ़ सकते है.मैगटैप ऐप बनाने वाली कंपनी ‘मैगटैप टेक्नोलॉजी’ का मुख्यालय मुंबई में है ।


यह कंपनी भारत सरकार के स्टार्टअप योजना से भी जुडी है. कंपनी फाउंडर,सत्यपाल चंद्रा, रोहन सिंह और अभिषेक बिहार के रहने वाले हैं जबकी सागर मलहोत्रा जो इस ऐप के फाउंडर और मार्केटिंग हेड है वो उत्तर प्रदेश केसहारनपुर के रहने वाले है. कंपनी के पुरे ऑपरेशन का जिम्मा आशीष विरकर ने संभाल रखा है जो की इस कंपनी के फाउंडर और ऑपरेशन हेड है.  ‘मैगटैप’ को रोहन ने डिजाईन किया है और इसके टेक्निकल पक्षों को संभालने में उनके 18 वर्षीय भाई अभिषेक सिंह मदद करते हैं।